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Unseen Passage for Class 10 Hindi | Sharpen Reading and Comprehension Skills

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Unseen Passage for Class 10 Hindi | Sharpen Reading and Comprehension Skills

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Presentation Transcript


  1. Unseen Passage for Class 10 Hindi| Sharpen Reading and Comprehension Skills Unseen passages for class 10 Hindi offer significant benefits for Class 10 students. They expose students to diverse literary works, fostering empathy and cultural understanding. These passages improve language and communication skills, enhancing reading comprehension and writing abilities. Unseen passages also promote critical thinking, as students analyze themes and develop independent interpretations. Furthermore, they ignite creativity and imagination, encouraging students to think outside the box. By accessing unseen passages, Class 10 students gain a deeper appreciation for literature, expand their knowledge, and develop essential skills for personal and academic growth. अप?ठत ग?यांश दुख क े वग? म? जो ?थान भय का है, वह? ?थान आनंद-वग? म? उ?साह का है| भय म? हम ??तुत क?ठन ि?थ?त क े ?नयम से ?वशेष ?प म? दुखी और कभी-कभी उस ि?थ?त से अपने को दूर रखने क े ?लए ?य?नवान भी होते ह?| उ?साह म? हम? आने वाल? क?ठन ि?थ?त क े भीतर साहस क े अवसर क े ?न?चय ?वारा ??तुत कम?-सुख क? उमंग से अव?य ?य?नवान होते ह?| उ?साह म? क?ट या हा?न सहन करने क? ?ढ़ता क े साथ-साथ कम? म? ?वृ? होने क े आनंद का योग रहता है| साहसपूण? आनंद क? उमंग का नाम उ?साह है| कम?-स?दय? क े उपासक ह? स?चे उ?साह? कहलाते ह?| िजन कम? म? ?कसी ?कार का क?ट या हा?न सहने का साहस अपे??त होता है, उन सब क े ??त उ?क ं ठापूण? आनंद उ?साह क े अंतग?त ?लया जाता है| क?ट या हा?न क े भेद क े अनुसार उ?साह क े भी भेद हो जाते ह?| सा?ह?य मीमांसक? ने इसी ?ि?ट से यु?ध-वीर, दान-वीर इ?या?द भेद ?कए ह?| इनम? सबसे ?ाचीन और ?धान यु?ध वीरता है, िजसम? आघात, पीड़ा या मृ?यु क? परवाह नह?ं रहती| इस ?कार क? वीरता का ?योजन अ?यंत ?ाचीन काल से होता चला आ रहा है, िजसम? साहस और ?य?न दोन? चरम उ?कष? पर पहुंचते ह?| साहस म? ह? उ?साह का ?व?प ?फु?रत नह?ं होता| उसक े साथ आनंदपूण? ?य?न या उसक? उ?क ं ठा का योग चा?हए| ?बना बेहोश हुए भार? फोड़ा ?चराने का तैयार होना साहस कहा जाएगा, पर उ?साह नह?ं| इसी ?कार चुपचाप ?बना हाथ-पैर ?हलाये, घोर ?हार सहने क े ?लए तैयार रहना साहस और क?ठन ?हार सहकर भी जगह से ना हटना धीरता कह? जाएगी| ऐसे साहस और धीरता को उ?साह क े अंतग?त तभी ले सकते ह?, जब?क साहसी धीर उस काम को आनंद क े साथ करता चला जाएगा िजसक े कारण उसे इतने ?हार सहने पड़ते ह?| सारांश यह है ?क आनंदपुर ?य?न या उसक? उ?क ं ठा म? ह? उ?साह का दश?न होता है, क े वल क?ट सहने म? या ?नि?चत साहस म? नह?ं| ?ती और साहस दोन? का उ?साह क े बीच संचरण होता है| उपरो?त ग?यांश क े आधार पर पूछे गए ??नो क े उ?र ?ल?खए | 1.ग?यांश का उपयु?त शीष?क ?ल?खए|

  2. 2.उ?साह ?कसे कहते ह?? 3.उ?साह क े भेद? म? सबसे ?ाचीन और ?धान देश कौन सा है? और ?य?? 4.आनंद वग? कम? स?दय? यु?धवीर दानवीर श?द? क े समास बताइए| उपरो?त ??नो क े संभा?वत उ?र:- 1.ग?यांश का उपयु?त शीष?क उ?साह है| 2.दुःख तथा आनंद को दो मनोभाव ह?| दुःख क े वग? म? जो ?थान भय का है, वह? ?थान आनंद क े वग? म? उ?साह का है| जब हम आगे वाल? क?ठन प?रि?थ?त का सामना करने क? ?ह?मत जुटाते ह? और काय? करने म? खुशी से लग जाते ह?, तो उसे हमारा उ?साह कहा जायेगा| िजन काय? क े करने म? क?ट हा?न सहने क े साहस क? ज?रत होती है, उनम? ?स?नता क े साथ लग जाने क े भाव को ह? साहस कहते ह?| 3.सा?ह?य क े ?वचारको ने क?ट या हा?न सहने क े साहस क? मा?ा क े अनुसार उ?साह क े यु?धवीर, दानवीर, दयावीर आ?द भेद ?कए ह?| इन भेद? म? यु?धवीरता सबसे ?ाचीन तथा ?धान भेद है| इसम? चोट, पीड़ा या मृ?यु क? परवाह नह?ं रहती| इस ?कार क? वीरता का ?योजन बहुत पुराने समय से चलता आ रहा है| इसम? साहस और ?य?न दोन? का चरम उ?कष? ?मलता है| 4.आनंद का वक ? त?पु?ष समास कम? का स?दय? त?पु?ष समास यु?ध म? वीर त?पु?ष समास धान म? वीर त?पु?ष समास| Discursive Passage Hindi for Class 10 अप?ठत ग?यांश आँगन म? ?लए चाँद क े टुकड़े को खड़ी, हाथ? पे झूलती है उसे गोद-भर? रह-रह क े हवा म? जो लोका देती है गूँज उठती है ?खल?खलाते ब?चो ?क हंसी नहला क े छलक े -छलक े ?नम?ल जल से उलझे हुए गेसुओं म? क ं घी करक े ?कस ?यार से देखता है ब?चा मुँह को

  3. जब घुट?नय? म? ले क े है ?प?हाती कपडे| ?दवाल? ?क शाम घर पुते और सजे चीनी क े ?खलौने जगमगाते लावे वो ?पवती मुखड़े पै इक नम? दमक ब?चे क े घर?दे म? जलती है ?दए आँगन म? ठुनक रहा है िजदयाया है, बालक तो हई पै ललचाया है दप?ण उसे दे क े कह रह? है माँ देख आईने म? चाँद उतर आया है र?ाबंधन ?क सुबह रस क? पुतल? छायी है घटा गगन क? हलक? हलक? ?बजल? क? तरह चमक रहे है ल?छे भाई क े है बांधती चमकती राखी उपरो?त ग?यांश क े आधार पर पूछे गए ??नो क े उ?र ?ल?खए | 1.प?यांश का उ?चत शीष?क ?ल?खए| 2.क?व ने यहाँ माता क े ब?चे क े ??त ?नेह का ?या वण?न ?कया है? 3.चाँद लेने क? िजद कौन कर रहा है? 4.'छलक े -छलक े ' म? कौन-सा अलंकार है? उपरो?त ??नो क े संभा?वत उ?र:- 1.शीष?क- ?नेहमयी माँ|

  4. 2.माँ अपने ब?चे को गोद म? लेकर आँगन म? खड़ी है| वह उसे बाँह? म? झूला रह? है| वह उससे हवा म? उछलती है तो ब?चे क? हंसी गूँज उठती है| वह साफ़ पानी से ब?चे को नहलाती है, उसक े उलझे हुए बाल? म? क ं घी करती है| जब वह ब?चे को घुटनो म? लेकर कपडे पहनती है तो ब?चा उसे ?यार से देखता है| 3.ब?चा माँ से चादन लेने क? िजद कर रहा है| वह घर क े आँगन म? ठुनक ठुनक ? मचल रहा है| वह चाँद को हाथ म? लेने का लालच कर रहा है| माँ अपने ब?चे को बहलाना चाहती है| वह ब?चे सामने एक शीशा रख देती है और कहती है- देख चाँद इस शीशे म? उतर आया है| 4.'छलक े -छलक े ' म? पुन?ि?त?काश अलंकार है| Apathit Gadyansh with multiple choice questions for Class 10 अप?ठत ग?यांश िज़ंदगी म? जो कुछ है, जो भी है सहष? ?वीकार है, इस?लए ?क जो कुछ भी मेरा है वह तु?हे ?यारा है| गरबील? गर?ब यह, ये गंभीर अनुभव सब यह ?वचार- वैभव सब ?ढ़ता यह, भीतर ?क स?रता यह अ?भनव सब मौ?लक है, मौ?लक है इस?लए ?क पल पल म? जो कुछ भी जा?त है अपलक है- संवेदना तु?हारा है| जाने ?या ?र?ता है, जाने ?या नाता है िजतना भी उंडेलता हूँ, भर भर ?फर आता है ?दल म? ?या झरना है? मीठे पानी का सोता है भीरत वह, ऊपर तुम

  5. मुसकाता चाँद ?यूँ धरती पर रात भर मुझ पर ?यूँ तु?हारा ह? ?खलता वग चेहरा है| सचमुच मुझे दंड दो ?क भूलूँ म? भूलूँ म? तु?हे भूल जाने क? द??ण ?ुवी अंधकार अमाव?या शर?र पर, चेहरे पर, अंतर मे पा लूँ म? झेलूँ म?, उसी म? नहा लूँ म? इस?लए ?क तुमसे ह? प?रवेि?टत आ?छा?दत| रहने का रमणीय उजेला अब सहा नह?ं जाता है| नह?ं सहा जाता है| ममता क े बादल क? मंडराती कोमलता- भीतर ?परती है कमजोर और अ?म अब हो गयी है आ?मा यह छटपटाती छाती को भ?वत?यता डरती है बहलाती सहलाती आ?मीयता बरदा?त नह?ं होती है| उपरो?त ग?यांश क े आधार पर पूछे गए ??नो क े उ?र ?ल?खए | 1.??तुत प?यांश का शीष?क ?ल?खए| 2.'गरबील? गर?बी' से कवी क? कौन-सी ?वशेषता ?कट हुई है? 3.अपनी ?ेयसी क े साथ कवी क े ?र?ते क? ?या ?वशेषता है? 4.बहलाती सहलाती आ?मीयता बरदा?त नह?ं होती है- म? कौन-सा अलंकार है? उपरो?त ??नो क े संभा?वत उ?र:- 1.प?यांश का शीष?क- संवेदना तु?हार है|

  6. 2.क?व ?नध?न है| उसे अपनी ?नध?नता से कोई ?शकायत नह?ं है| लोगो क े सामने ?वयं को ?नध?न ?वीकार करने म? भी उसको कोई शम? नह?ं महसूस होती| उसे तो अपनी गर?बी पर गव? का अनुभव होता है| उसको इनमे अपना आ?मस?मान ?दखाई देता है| गर?बी को वह अपने जीवन क? उपलि?धय? म? ?गनता है| 3.अपनी ?ेयसी क े साथ क?व का ?र?ता अ?यंत गहरा है| 'जाने ?या ?र?ता है, जाने ?या नाता है'- मे क?व ने अपने ?र?ते क? गहराई का वण?न ?कया है| क?व को ?वयं इसक? गहराई का पता नह?ं है| उसे लगता है ?क उसक े ?दय म? कोई मीठे पानी का सोता बह रहा है| उसमे से िजतना ?यार का जल वह ??यतम पर फ ? कता है, वह उतना हे अ?धक बढ़ता चला जाता है| 4.'बदलती सहलाती आ?मीयता बदा??त नह?ं होती है'- म? मानवीकरण अलंकार है| Unseen passages provide invaluable benefits for Class 10 students. They foster empathy, improve language skills, promote critical thinking, and spark creativity. To explore more unseen passages like this, visit StudiesToday.com and unlock a world of engaging literary works for further enrichment of your reading and learning experience.

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