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Unseen Passage for Class 10 in Hindi

Reading the unseen passage class 10 in Hindi will help you to write a better answer and score higher marks in your exam.<br><br>https://unseenpassage.com/hindi/unseen-passage-for-class-10/

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Unseen Passage for Class 10 in Hindi

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Presentation Transcript


  1. Unseen Passage for Class 10 in Hindi Unseen passage class 10 covers the significant bit of the Hindi paper. It contains around 25% imprints weightage in the test. Along these lines, students who need to score good grades in Class 10 Hindi should rehearse the understanding entry preceding the test. To help them in their planning, we have given the CBSE Unseen Passages to Class 10 Hindi.Students should go through them and tackle the inquiries dependent on these appreciation sections. 01. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : ई?या?कायह?अनोखावरदानहै| िजसमनु?यक े?दय म?घरबनालेतीहै, बि?कउनव?तुओंसे दु:खउठाताहै, जोदूसर?क ेपासहै| वहअपनीतुलना दूसर?क ेसाथकरताहैऔरइसतुलनाम? अपनेव?क ेसभीअभावउसक े?दयपरदंशमारतेरहते ह?| दंशक ेइसराहकोभोगनाकोईअ?छ? बातनह?ंहै| मगर, ई?या?लुमनु?यकर?भीतो?या? आदतसेलाचारहोकरउसेयहवेदनाभोगनी पड़तीहै| एकउपवनकोपाकरभगवानकोध?यवाददेतेहुएउसकाआनंद नह?ंलेनाऔरबराबरइस?चंताम? ?नम?नरहना?कइससेभीबड़ाउपवन?य?नह?ं?मला? एकऐसादोषहैिजससेई?या?लु?यि?तका च?र?औरभीभयंकरहोउठताहै| अपनेअभावपर?दन-रात सोचते-सोचतेवहसृि?टक????याको भूलकर?वनाशम?लगजाताहैऔरअपनीउ?न?तक े?लए उधमकरनाछोड़करवहदूसर?क?हा?न पहुंचानेकोह?अपना?े?ठकत??यसमझनेलगताहै| ई?या?क?बड़ीबेट?कानाम?नंदाहै| जो?यि?तई?या?लु होताहै, वह??यि?तबुरे?क?मका?नंदकभी होताहै| दूसर?क??नंदावहइस?लएकरताहै?कइस?कार, दूसरेलोगजनताअथवा?म??क?आंख? से?गरजाएंगेऔरतबजो?थान?र?तहोगाउसपरअनायास म?ह??बठा?दयाजाऊ ं गा|

  2. मगर, ऐसानेआजतकहुआहैऔरआगेहोगा| दूसर?को?गरानेक?को?शशतोअपनेकोबढ़ानेक? को?शशनह?ंकह?जासकती| एकबातऔरहै?कसंसारम? कोईभीमनु?य?नंदासेनह?ं?गरता| उसक ेपतनकाकारणअपनेह?भीतरक ेस?गुण?काह?स होताहै| इसी?कारकोईभीमनु?यदूसर? क??नंदाकरनेसेअपनीउ?न?तनह?ंकरसकता| उ?न?त तोउसक?तभीहोगी, जबवहअपनेच?र? को?नम?लबनाए| ई?या?काकामजलनाहै, मगरसबसेपहलेवहउसीकोजलाती हैिजसक े?दयम?उसकाज?महोता है| आपभीऐसेबहुतसेलोग?कोजानतेह?गेजोई?या? और?वेषकोसाकारमू?त?है| उपरो?तग?यांशक ेआधारपरपूछेगए??नोक ेउ?र ?ल?खए | (क) उपयु?तग?यांशक े?लएएकउ?चतशीष?क?ल?खए| उ?र- उपयु?तग?यांशक े?लएउ?चतशीष?क- ई?या?| (ख) ई?या?लुमनु?यअपनी?कसआदतसेलाचारहोकरक?ट उठाताहै| उ?र- ई?या?लु?यि?तक?आदतबनजातीहै?कवहअपनी तुलनादूसर?सेकरताहैकुछव?तुएँ दूसर?क ेपासहोतीहैऔरउसक ेपासनह?ंहोतीयहबात उसकोदु:खदेतीहै| वहअपनेपासहोने वाल?व?तुओंकाआनंद?ा?तनकरक ेजोचीज?उसक े पासनह?ंहै, उनक ेअभावसेदु:खीबनारहता हैऔरजलतारहताहै| अपनीइसीआदतक ेकारणवहक?टउठाता है| (ग) ई?या?लु?यि?तदूसर?क??नंदा?य?करताहै? उ?र- ई?या?लु?यि?तकोदूसर?क??नंदाकरनेम? आनंदआताहै| वहयहसोचकरदूसर?क??नंदा करताहै?कऐसाकरनेसेवहजनताऔर?म??क?नजरम? ?गरजाय?गे| उनक े?र?तहुए?थानपर उसकोबैठनेऔरआगेबढ़नेकाअवसर?मलजायेगा| वहदूसर? को?गराकर?वयंआगेबढ़नाचाहता हैले?कनऐसाहोतानह?ंहै| ?नंदाकरनेसेकोई?यि?त नीचेनह?ं?गरता| ई?या?लु?यि?तइसस?चाई कोनह?ंसमझताऔरदूसर?कोबदनामकरक े?वयंआगेबढ़ने क े?वचारम??नंदाकरनेक ेकामम? लगारहताहै| (घ) ई?या?काअनोखावरदान?याहै? उ?र- िजसमनु?यक े?दयम?घरबनालेतीहै, बि?क उनव?तुओंसेदु:खउठाताहै, जोदूसर?क े पासहै| वहअपनीतुलनादूसर?क ेसाथकरताहैऔरइस तुलनाम?अपनेव?क ेसभीअभावउसक े ?दयपरदंशमारतेरहतेह?| दंशक ेइसराहकोभोगना कोईअ?छ?बातनह?ंहै| (ड़) ‘साकार’ श?दका?व?हक?िजएसं?धकानाम?ल?खए| उ?र- ?व?ह - स+आकार सं?ध - द?घ?सं?ध Also read:- Unseen passage class 12

  3. 02. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : दुखक ेवग?म?जो?थानभयकाहै, वह??थानआनंद-वग? म?उ?साहकाहै| भयम?हम??तुतक?ठन ि?थ?तक े?नयमसे?वशेष?पम?दुखीऔरकभी-कभीउस ि?थ?तसेअपनेकोदूररखनेक े?लए ?य?नवानभीहोतेह?| उ?साहम?हम?आनेवाल?क?ठन ि?थ?तक ेभीतरसाहसक ेअवसरक े?न?चय ?वारा??तुतकम?-सुखक?उमंगसेअव?य?य?नवान होतेह?| उ?साहम?क?टयाहा?नसहनकरने क??ढ़ताक ेसाथ-साथकम?म??वृ?होनेक ेआनंद कायोगरहताहै| साहसपूण?आनंदक?उमंगका नामउ?साहहै| कम?-स?दय?क ेउपासकह?स?चेउ?साह? कहलातेह?| िजनकम?म??कसी?कारकाक?टयाहा?नसहनेका साहसअपे??तहोताहै, उनसबक े??त उ?क ं ठापूण?आनंदउ?साहक ेअंतग?त?लयाजाताहै| क?टयाहा?नक ेभेदक ेअनुसारउ?साहक ेभी भेदहोजातेह?| सा?ह?यमीमांसक?नेइसी?ि?टसे यु?ध-वीर, दान-वीरइ?या?दभेद?कएह?| इनम? सबसे?ाचीनऔर?धानयु?धवीरताहै, िजसम?आघात, पीड़ायामृ?युक?परवाहनह?ंरहती| इस ?कारक?वीरताका?योजनअ?यंत?ाचीनकालसेहोता चलाआरहाहै, िजसम?साहसऔर?य?न दोन?चरमउ?कष?परपहुंचतेह?| साहसम?ह?उ?साह का?व?प?फु?रतनह?ंहोता| उसक ेसाथ आनंदपूण??य?नयाउसक?उ?क ं ठाकायोगचा?हए| ?बना बेहोशहुएभार?फोड़ा?चरानेकातैयार होनासाहसकहाजाएगा, परउ?साहनह?ं| इसी?कारचुपचाप ?बनाहाथ-पैर?हलाये, घोर?हारसहने क े?लएतैयाररहनासाहसऔरक?ठन?हारसहकरभीजगह सेनाहटनाधीरताकह?जाएगी| ऐसे साहसऔरधीरताकोउ?साहक ेअंतग?ततभीलेसकतेह?, जब?कसाहसीधीरउसकामकोआनंदक े साथकरताचलाजाएगािजसक ेकारणउसेइतने?हारसहने पड़तेह?| सारांशयहहै?कआनंदपुर ?य?नयाउसक?उ?क ं ठाम?ह?उ?साहकादश?नहोता है, क े वलक?टसहनेम?या?नि?चतसाहसम? नह?ं| ?तीऔरसाहसदोन?काउ?साहक ेबीचसंचरणहोता है| उपरो?तग?यांशक ेआधारपरपूछेगए??नोक ेउ?र ?ल?खए | (क) ग?यांशकाउपयु?तशीष?क?ल?खए| उ?र- ग?यांशकाउपयु?तशीष?कउ?साहहै| (ख) उ?साह?कसेकहतेह?? उ?र- दुःखतथाआनंदकोदोमनोभावह?| दुःखक ेवग? म?जो?थानभयकाहै, वह??थानआनंदक े वग?म?उ?साहकाहै| जबहमआगेवाल?क?ठनप?रि?थ?त कासामनाकरनेक??ह?मतजुटातेह? औरकाय?करनेम?खुशीसेलगजातेह?, तोउसेहमारा उ?साहकहाजायेगा| िजनकाय?क ेकरनेम? क?टहा?नसहनेक ेसाहसक?ज?रतहोतीहै, उनम??स?नता क ेसाथलगजानेक ेभावकोह? साहसकहतेह?| (ग) उ?साहक ेभेद?म?सबसे?ाचीनऔर?धानदेश कौनसाहै? और?य?? उ?र- सा?ह?यक े?वचारकोनेक?टयाहा?नसहनेक े साहसक?मा?ाक ेअनुसारउ?साहक ेयु?धवीर, दानवीर, दयावीरआ?दभेद?कएह?| इनभेद?म?यु?धवीरता सबसे?ाचीनतथा?धानभेदहै| इसम?

  4. चोट, पीड़ायामृ?युक?परवाहनह?ंरहती| इस?कारक?वीरताका?योजनबहुतपुरानेसमयसे चलताआरहाहै| इसम?साहसऔर?य?नदोन?काचरम उ?कष??मलताहै| (घ) आनंदवग?कम?स?दय?यु?धवीरदानवीरश?द? क ेसमासबताइए| उ?र- आनंदकावक ?त?पु?षसमासकम?कास?दय? त?पु?षसमासयु?धम?वीरत?पु?षसमास धानम?वीरत?पु?षसमास| Also read:- Unseen passage class 11 03. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : जीवनकादूसरानामसं?ामहै| यहसं?ामज?मसेआरंभ होकरजीवनपय??तजार?रहताहै| ?ाचीन पुराण?म?देवासुरसं?ामकाउ?लेखहै, िजसम??व?णु क?कूटनी?तसेदेवताओंनेअसुर?सेसं?धका ??तावरखा| इसक ेअनुसारसमु?मंथन?मलकरकरनातय हुआ| ?न?चय?कयागया?कइसमंथन से?ा?तव?तुओंकोवेदोन?संयु?त?पसे?वभ?त करल?गे| मंदराचलपव?तकोमथानी, शेषनागको र?सीतथा?वयंभगवान?व?णुनेक?छपक े?पम?इस ?कारम?सहयोग?दया| अ?भमानीदै?य, सप?क ेमुंहतथादेवपूँछक?ओरलगे| काय?समा?त हुआ| र?न?का?वभाजनहुआ| इसम?एककमल, मीण, ल?मी, पदम, शंख, हाथीआ?ददेव?कोतथाघोड़ा आ?ददानवोको?ा?तहुआ| म?दरादानवोने तथाहलाहल?वषकोभगवानशंकरनेपानकरक ं ठम?धारण ?कयाऔरनीलक ं ठकहलाए| अमृत ?नकलनेपरछ?न- झपटआरंभहुई| ?व?णुनेचालाक?सेदै?य? कोम?दरातथादेव?कोअमृत ?पलाया| उधरराहुनामकदै?येनेछलसेअमृतपी?लया| ?व?णुनेच?सेउसका?सरकाट?दया, ?कंतुवहअमरहोगया| ??म?पम?तोयहसं?ामसमा?तहोगया, ?कंतु अ??य??पम?यहआजभीजार?है| इससं?ाम काक ? ?मानवमन, अ?छ?औरबुर??व?त?दोप? सारावातावरणह?इसक ेकारणहै| जैसे-जैसे मानवसाकार?पदेनेका?यासआरंभकरदेताहै| इस ?य?नम?वह?यूनतम?तरपरपहुंचजाता है| ?वाथ??स??धह?उसकाएकमा?उ?दे?यबनजाता है| उसक ेजीवनकाक ? ??वाथ?औरतृि?तम? ह??न?हतहोजाताहै| ऐसा?यि?तकभीनै?तकमू?य? पर?वचारक?क?पनाभीनह?ंकरसकता| यह?कारणहै?कवहहरसमयअशांतऔरतनाव??तरहता है| इ?छा-?यागसेह?शां?तकाअनुभव होताहै| आसुर?शि?तक ेसम?हमारेपूव?ज?नेघुटनेटेकने क े?थानपरउसका?ढ़तासेसामनाकरनापसंद ?कया| इसक े?लएउ?ह?ने?वभीषणक ेसामनेअपनेबंधु रावणक ेअ?यायको?वीकारकरनेक े ?थानपरउसका?ढ़तासे?वरोधकरनेका??ताव?कया| ‘स?यमेवजयते’ म??व?वास?कटकरते हुए, अस?यऔरअ?यायका?वरोध?कया| अ?यायकरनाऔर सहनाकायरताक??नशानीहै| अतः अ?यायसहनेवालाभीअ?यायकासमथ?कमानाजाताहै| आजधम?औरनै?तकतालु?तहोरह?है| भौ?तकताक े??त?ेमा?धकारक ेकारणजीवनम?संवेदना काअभावहोगयाहै| उपरो?तग?यांशक ेआधारपरपूछेगए??नोक ेउ?र ?ल?खए | (क) इसग?यांशक े?लएउपयु?तशीष?कबताइए|

  5. उ?र- ग?यांशकाउपयु?तशीष?क- जीवन- सं?ाम| (ख) हमारेपूव?ज?नेआसुर?शि?तक ेसाथ?या?कया? उ?र- हमारेपूव?ज?नेआसुर?शि?तक ेसामनेघुटने नह?ंटेक े | वेउसक ेसाथ?नरंतर?ढ़तापूव?कसंघष? करतेरहे| उ?ह?ने?वभीषणकोभीसमझाया?कवहअपने भाईरावणक ेअ?यायकोसहननकर? बि?कउसका?ढ़तापूव?क?वरोधकर?| उ?ह?नेस?य क?जीतम?सदा?व?वास?कयाऔरअस?यतथा अ?यायकाहमेशा?वरोध?कया| वेअ?यायसहनकरनेको कायरतामानतेथेऔरकभीअ?याय सहननह?ंकरतेथे| (ग) ‘समु?-मंथन’ क?कथासं?ेपम??ल?खए| उ?र- देवताओंतथाअसुर?ने?मलकरसमु?कोमथाथा| इसक े?लएमंदराचलपव?तक?मथानीतथा शेषकोर?सीक?तरह?योग?कयागयाथा| दै?य?ने शेषनागकामुंहतथादेवताओंनेउसक?पूछ पकड़रखीथी| भगवान?व?णुकछुएका?पधरकरमंदराचल क?मथानीकोसहारादेरहेथे| इस मंथनसेचौदहर?न?ा?तहुए| इनका?वभाजनदै?ये तथादेवताओंक ेबीचहुआथा| इनर?न?म? अमृतभीथा| ?व?णुनेछलक ेसाथअमृतदेवताओंको?पला ?दया| असुरराहुनेदेवताकोधोखा देकरअमृतपी?लया| ?व?णुनेउसका?सरकाट?दयापरंतु वहतोअमरहोचुकाथा| इसमंथनसे ?ा?तहलाहल?वषकोसंसारक ेक?याणक े?लए?शवजी नेअपनेक ं ठम?धारणकर?लयाऔरवह नीलक ं ठकहलाए| (घ) ‘नीलक ं ठ’ म??व?हकरक ेसमासकानामतथाप?रभाषा ?ल?खए| उ?र- नीलक ं ठ?व?ह- नीलाहैक ं ठिजसकावह (?शव) समाज- बहु?ी?ह| Also read:-Unseen Passage class 9 04. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : य?दमनु?यऔरपशुक ेबीचकोईअंतरहैतोक े वलइतना ?कमनु?यक ेभीतर?ववेकहैऔरपशु ?ववेकह?नहै।इसी?ववेकक ेकारणमनु?यकोयहबोधरहता है?क?याअ?छाहैऔर?याबुरा। इसी?ववेकक ेकारणमनु?ययहसमझपाताहै?कक े वलखाने-पीने औरसोनेम?ह?जीवनकाअथ? औरइ?तनह?ं।क े वलअपनापेटभरनेसेह?जगतक ेसभीकाय? संप?ननह?ंहोजातेऔरय?द मनु?यकाज?म?मलाहैतोक े वलइसीचीजका?हसाबरखने क े?लएनह?ं?कइसजगतनेउसे?या ?दयाहैऔरनह?यहसोचनेक े?लए?कय?दइसजगतनेउसे कुछनह?ं?दयातोवहइससंसारक े भलेक े?लएकाय??य?करे।मानवताकाबोधकरानेवाले इसगुण ‘?ववेक’ क?जननीकानाम ‘?श?ा’ है।?श?ािजससेअनेक?पसमयक ेप?रवत?न क ेसाथइसजगतम?बदलतेरहतेह?, वहजहाँ कह?ंभी?व?यमानरह?हैसदैवअपनाकाय?करतीरह?है। यह?श?ाह?हैिजसक?धुर?परयहसंसार चलायमानहै।?ववेकसेलेकर?व?ानऔर?ानक?ज?मदा?ी ?श?ाह?तोहै।?श?ाहमारेभीतर ?व?यमानवहत?वहैिजसक ेबलपरहमबातकरतेह?, काय?करतेह?, अपने?म??औरश?ुओंक? सूचीतैयारकरतेह?, उलझन?कोसुलझन?म?बदलतेह?। असलम?सीखनेऔर?सखानेक????याको

  6. ह? ‘?श?ा’ कहतेह?।?श?ाउनत?य?कातथाउनतर?क?का?ानकरातीहैिज?ह?हमारेपूव?ज?ने खोजाथा-स?यतथासुखीजीवन?बताने?लए। आजय?दहमसुखीजीवन?बतानाचाहतेह?तोहम?उनतर?क? कोसीखनाहोगा, उनत?य?को जाननाहोगािज?ह?जाननेक े?लएहमारेपूव?ज?ने ?नरंतरस?दय?तकशोध?कयाहै।यहक े वल ?श?ाक े?वाराह?संभवहै। उपरो?तग?यांशक ेआधारपरपूछेगए??नोक ेउ?र ?ल?खए | (क) ??तुतग?यांशकाउ?चतशीष?क?ल?खए। उ?र- ग?यांशक?उ?चतशीष?कहै-‘?श?ाऔर?ववेक’। (ख) मनु?यऔरपशुम??याअ?तरहै? उ?र- मनु?य?ववेकशील?ाणीहै।?ववेकक ेकारणवह उ?चतऔरअनु?चतम?अ?तरकरक ेउ?चत कोअपनानेतथाअनु?चतको?यागनेम?समथ?होताहै। पशुम??ववेकनह?ंहोताऔरवह उ?चत-अनु?चतका?वचारनह?ंकरसकता। (ग) ?ववेकसे?कसकाबोधहोताहैतथाउसकाज?मक ै से होताहै? उ?र- ?ववेकसेमानवताकाबोधहोताहै।िजसम??ववेक हैवह?मनु?यकहलाताहै।मनु?यअपने जीवनम?जो?श?ा?हणकरताहै, उसीक ेकारणउसम? ?ववेककागुणउ?प?नहोताहै। (घ) ‘?व?ान’ श?दम?उपसग?औरमूलश?द?ल?खए। उ?र- ?व = उपसग?, ?ान = मूलश?द। Also read:-Unseen Passage Class 8 Download free study materials for your Examinations at Unseenpassage

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