1 / 9

Unseen Poem Class 12 in Hindi

Reading the unseen poem class 12 in hindi will help you to write a better answer and score good marks in your exam. <br><br>https://unseenpassage.com/hindi/unseen-poems-for-class-12/

Download Presentation

Unseen Poem Class 12 in Hindi

An Image/Link below is provided (as is) to download presentation Download Policy: Content on the Website is provided to you AS IS for your information and personal use and may not be sold / licensed / shared on other websites without getting consent from its author. Content is provided to you AS IS for your information and personal use only. Download presentation by click this link. While downloading, if for some reason you are not able to download a presentation, the publisher may have deleted the file from their server. During download, if you can't get a presentation, the file might be deleted by the publisher.

E N D

Presentation Transcript


  1. Unseen Poem for Class 12 in Hindi Unseen poem class 12 covers a significant bit of the Hindi paper. It contains around 24% imprints weightage in the test. Along these lines, students who need to score good grades in Class 12 Hindi should rehearse the understanding entry preceding the test. To help them in their planning, we have given the CBSE Unseen poems to Class 12 Hindi.Students should go through them and tackle the inquiries dependent on these appreciation sections. Read the Unseen Poem Class 12 in Hindi 01. ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : ?दवसावसानकासमय, मेघमयआसमानसेउतररह?है वहसं?या - सुंदर?पर? - सी धीरे - धीरे - धीरे | ?त?मरांचलम?चंचलताकानह?ंकह?ंआभास,

  2. मधुर - मधुरहैदोन?उसक ेअधर - ?क?तुजातागंभीर - नह?ंहैउनमेहास - ?वलास | हँसताहैतोक े वलताराएक गुंथाहआउनघुंघरालेकाले - कालेबाल?से ?दयरा?यक?रानीकावहकरताहैअ?भषेक | अलसताक?सीलता ?क?तुकोमलताक?वहकाल? सखीनीरवताक ेक ं धेपरडालेबाह, छाँह-सीअ?बरपथसेचल? | नह?ंबजतीउसक ेहाथ?म?कोई?वणा, नह?ंहोताकोईअनुराग - रागआलाप नूपुर?म?भी?नझुन - ?नझुननह?ं ?सफ ?एकअ?य?तश?दसा "चुप, चुप, चुप" हैगूंजरहासुबकह?ं- उपरो?तग?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक ेउ?र ?ल?खए- (क) इसका?यांशम??कसकालकावण?नहै ? (ख) मेघमयआसमानसेकौनउतररह?है ? (ग) सं?या - सुंदर?क ेअधर?क??या?वशेषताहै ? (घ) सं?याक?सखीकौनहै ? (ड़) सं?याकोक?वनेअलसताक?सीलता?य?कहाहै ? उपरो?तग?यांशक ेसंभा?वतउ?र- (क) इसका?यांशम?सूया??तकोलेकरसंधायकालका वण?नहुआहै | (ख) मेघमयऔरबदलोसे?घरेआसमानसेसं?या?पीपर? जैसीना?यकाधरतीपरउतररह?है | (ग) सं?या - सुंदर?क ेअधर?क?यह?वशेषताहै?कवे ?वाभा?वक?पसेला?लमायु?तऔरसुकोमलमधुरहै, ले?कनउनमेहास - ?वलासनह?ंहै | (घ) सं?याक?सखीनीरवताहै, अथा?तसं?याकालम? जो?न?त?धतारहतीहै, वह?उसक?सखीहै |

  3. (ड़) सं?याकालआनेपरअभी?ाणी?दनभरक?थकन?मटनेचाहतेहै | इसकारणउनक ेशर?रआल?यसे ?या?तरहतेहै | इसीकारणसं?याकोअलसताफ़ ै लाने वाल?लताकहागयाहै | Also read:-Unseen Poem class 11 in hindi 02 ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : उठेरा??तेरेक ं धोपर, बढे?ग?तक े?ांगणम?, पृ?वीकोरख?दयाउठाकर तूनेनभक ेआँगनम? | तेरे?ाणोक े?वरोपर, लहरातेहैदेशसभी, चाहेिजसेइधरकरदेतू चाहेिजसेउधर?णम? | ?वजयवैजयंतीफहरातीजो, जगक ेकोने - कोनेम?, उनमेतेरानाम?लखाहै जीनेम?ब?लहोनेम? | घहरेराणघनघोरबढ़? सेनाएतेराबलपाकर, ?वण? - मुकुटआगएचरणतल तेरेश??संजोनेम? | तेरेबाहुदंडम?वहबल, जोक े ह?र- क?टतोड़सक े , तेरे?ढ़क ं धोम?वहबल जो?गर?सेलेहोड़सक े |

  4. उपरो?तका?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक े उ?र?ल?खए- (क) 'उठेरा??तेरेक ं धोपर'- इसम? 'तेरे' ?कसक े ?लएकहागयाहै? उ?र. ??तुतका?यांशम? 'तेरे' श?ददेशक ेनवयुवको अथा?तदेशक ेत?णोक े?लएकहागयाहै; ?यो?कदेश ?कबागडोरअबबूढ़े?कअपे?ाजवानोक ेहाथोम?होनी चा?हए| देशकाउ?धारऔरचौमुखी?ग?तवेह?कर सकतेहै | (ख) ??तुतका?यांशकामूलभाव?याहै? ?ल?खए उ?र. ??तुतका?यांशक ेमूलभावयहहै?कसंसार म?िजतनेभीसामािजकप?रवत?नएवंलोकक?याणक े काय?हुएहै, वेनौजवानो?कआद?यशि?तएवंसाहससे ह?हुएहै | य?दवेकत??यबोधऔरआ?म?व?वाससे मं?डतहोजावे, तोवेअपनी?मताकासह?उपयोग? सकतेहैतथा?व?वम?समरसताएवंमानवता?क ?थापना?सकतेहै | (ग) ??तुतका?यांशम?क?वकोत?णोसे?या?या अपे?ाएंहै? उ?र. ??तुतका?यांशम?क?वकात?णोसेयेअपे?ाएं है- (1) वेदेश?क?ग?तऔरर?ाकाबाहरअपनेक ं धोपर ले | (2) वेदेशम?सकारा?मक?ां?तऔरबदलावलाये | (3) वेमुि?कल?कामुकाबलाकरेऔरबाधाओंसेजराभी नह?ंघबराये | (4) वेकमजोरलोग?एवंपद- द?लत??कर?ाकरे | (5) वेअपनीशि?तकापूराउपयोगकरे| (घ) 'क े ह?र-क?ट' सेक?व?याआशयहै? उ?र. 'क े ह?र - क?ट' श?दव?तुत: उपमानहै| शेरक? कमरलचील?औरमजबूतमानीजातीहै | शेरअपने शर?रक?इस?वशेषतासेव?यजीव?काआसानीसे?शकार करलेताहैतथाअतीववेगसेदौड़सकताहै | क?व कायहांयह?आशयहै | (ड़) ' ?वजयवैजयंतीफहर?' सेक?वका?यातापय?है? उ?र. '?वजयवैजयंतीफहर?' सेक?वकातातपय?यहहै ?कदेशक ेनौजवानिजधरअपनीनजरेदौडादेतेहै अथा?तिजधरअपनापरा?म?दखतेहैउधरह?अपनी?वजय पताकाफहरादेतेहै | Also read:-Unseen Poem class 10 in hindi 03 ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? :

  5. अबनगहर?नींदम?तुमसोसकोगे,अबनगहर?नींदम?तुमसोसकोगे, गीतगाकरम?जगानेआरहाहूँ | अतलअ?ताचलतु?हेजानेनदूंगा, अ?णउदयकालसजानेआरहाहूँ || क?पनाम?आजतकउड़ातेरहेतुम, साधनासेमुड़कर?सहरतेरहेतुम | अबतु?हेआकाशम?उड़नेनदूंगा, आजधरतीपरबसानेआरहाहूँ || सुखनह?ंयह, नींदम?सपनेसंजोना, दुःखनह?ंयहशीशपरगु?भरढोना || शूलतुमिजसकोसमझतेथेअभीतक, फूलम?उसकोबनानेआरहाहूँ || फूलकोजोफूलसमझे, भूलहैयह, शूलकोजोशूलसमझे, भूलहैयह | भूलम?अनुकूलया??तकूलक ेकण, धू?लभूलोक?हटानेआरहाहूँ || देखकरमंझधारम?घबड़ानजाना, हाथलेपतवारकोघबड़ानजाना | म??कनारेपरतु?हेथकनेनदूंगा, पारम?तुमकोलगानेआरहाहूँ || उपरो?तग?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक ेउ?र ?ल?खए- (क) ??तुतका?यांशम??यास?देश?य?तहुआहै? उ?र. ??तुतका?यांशम?क?वनदेशक ेनवयुवको कोस?देश?दयाहै?कवेकोर?क?पनाओंकोछोड़कर यथाथ?कोसमझनेका?यासकर? | जीवनम?आल?य, ?नराशा, अधीरताऔरसंक?ण?ताको?यागकरउ?न?त क ेमाग?परअ?सरबनेऔरदासताअ?वीकारकरवंदनीय बननेका?यासकर?, तभीदेशकाक?याणऔर उनकाजीवनसफलहोसक े गा | (ख) 'शूलकोजोशूलसमझे, भूलहैयह'- कवीनऐसा?य? कहाहै?

  6. उ?र. 'शूल' काअथ?हैदुःखऔरबाधा| दुःखसेमतघबराओतथाघबराकरपीछेभीमतहटो | उससेसबकलो, उसकामुकाबलाकरोऔरऐसाकामकरो?कहमारेतथादुसरोक ेदुःखवेदनासेमु?तरहे | अतएवशूलसे मतघबराओ, अ?पतुउससे?ेरणा?ा?तकरो| (ग) 'अ?णउदयाचलसजानेआरहाहूँ '- इसका?याआशय है? उ?र. रा??क ेबढ़?भातकालहोताहै, अ?ताचलक े बादउदयाचलपरआभाफ ै लतीहै| इसी?कारजीवनम? ?नराशाक ेबादआशाकासंचारकरो, आल?यक े?थानपर स??यताअपनाओ| तभीजीवनमाग??श?तहो सक े गा| (घ) 'गीतगाकरम?जगानेआरहाहूँ' म?कवी?कसेजगाने क?बातकहरहाहैऔर?य?? समझाइये | उ?र. इसम?क?वनवयुवकोकोजगाने?कबातखरहाहै; ?यो?कआजकानवयुवकआल?य, अधीरताऔर संक?ण?ताकोअपनासुखमानकरक?पनाओंम?जीरहाहै| (ड़) 'अबतु?हेआकाशम?उड़नेनदूंगा' सेकवीका ?याआशयहै? उ?र. क?वउननवयुवकोकोसचेतकरतेहैजोक?पनाओं क ेसंसारम?जीरहेहै, उ?ह?कोर?क?पनाओंको छोड़करयथाथ?जीवनजीनेका?यासकरनाचा?हए| Also read:-Unseen Poem class 9 in hindi 04 ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और ??न?काउ?रद? : देखकरबाधा?व?वध, बहु?व?नघबरातेनह?ं | रहभरोसेभागक ेदुःखभोगपछतातेनह?ं || काम?कतनाहेक?ठनहो?क?तुउकतातेनह?ं | भीड़म?चंचलबनेजोवीर?दखलातेनह?ं || होगएएकआनम?उनक ेबुरे?दनभीभले | सबजगहसबकालम?वेहे?मलेफुलेफ ै ले || ?योमकाछूतेहुएदुगा?सपहाड़ोक े?शखर | वेघनेजंगलजहाँरहताहैतमआठ?पहर || गज?तेजलरा?शक?उठतीहुईऊ ँ चीलहर || आगक?भयदा?यनीफ ै ल??दशाओम?लबर || येक ं पासकतीकभीिजसक ेकलेजेकोनह?ं |

  7. भूलकरभीवहनह?ंनाकामरहताहैकह? || ?चल?चलातीधुपकोजोचांदनीदेवेबना | कामपड़नेपरकरेजोशेरकाभीसामना || जोक?हँस-हँसक ेचबालेतेहैलोहेकाचना | 'हैक?ठनकुछभीनह?ं' िजनक ेहैजीम?ठान || कोस?कतनेह?चलेपरवेकभीथकतेनह?ं | कौनसीहैगाँठिजसकोखोलवेसकतेनह?ं || उपरो?तग?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक ेउ?र ?ल?खए- (क) ?व?नबाधाओंसेकौननह?ंघबरातेहै? उनक??वशेषताएं बताइये| उ?र. जोकम??न?ठारखतेहैऔरकम?वीरहोतेहै, वे ?व?नबाधाओंसेनह?ंघबरातेहै | वेभा?यवाद?नहोकर क?ठनप?र?म, धीर-वीर, ?ढ़-?न?चयीऔरआन-बान?नभाने वालेहै| वेक?ठनसेक?ठनकामकोभीआसान बनादेतेहैतथासदा?नभ?यबनेरहतेहै | (ख) 'चबालेतेहैलोहेकाचना' से?याआशयहै? उ?र. अ?य?धकक?ठनएवंअसा?यकामकोकरना - इसआशय क े?लएलोहेक ेचनेचबानामुहावरा??स?ध है | यहाँभीइसकायह?आशयहै | कम?वीर?नभ?यहोकर सफलतासेसारेकामोकोसाधलेतेहै, उनक े?लए कोईकामअसा?यनह?ंहै | (ग) ?चल?चलातीधुपकोचांदनीबनानेसे?यास?देश?य?त हुआहै? उ?र. ?वपर?तयाक?ठनपरि?थ?तयोकोअनुकूलबनाकरचलने सेकम?वीरकाजीवनसफलरहताहै | इससे यहस?देश?य?तहुआहै?कहमेक?ठनपरि?थ?तय?को अनुकूलबनानेका?यासकरनाचा?हएतथासदा ?ढ़?न?चयीबनकरउ?यमकरनाचा?हए | (घ) 'िजनक ेहैजीम?ठना' सेक?वका?याआशयहै? उ?र. 'िजनक ेहैजीम?ठान' सेक?वकाआशयहै?ककम? म??व?वासरखनेवालेवीरपु?षजोकुछअपनेमन म??णकरलेतेहैवेउसेपूराकरक ेह?रहतेहै| (ड़) इसका?यांशका?याआशयहै? उ?र. इसका?यांशम?क?वनेकम?म??व?वासरखने वालेधीर, वीर, गंभीरऔरआन- बानपरमर?मटनेवाले महापु?षोकाउ?लेख?कयाहैजोकभी?वपर?तयाक?ठन ?ि?त?तयोसेघबराकरअपनेकम?-पथसेवापस नह?ंलौटतेचाहेमाग?म??कतनीह?क?ठनाई?य?न आयेउ?ह?वे?बनाहारे-थक ेआसानीसेपारकरलेतेहै| Also read:-Unseen Poem class 8 in hindi

  8. 05 ?न?न?ल?खतअप?ठतका?यांशको?यानसेपढ़?और??न?काउ?रद? : य?दफूलनह?ंबोसकतेतोकाँटेकम-से-कममतबोओ। हैअगमचेतनाक?घाट?, कमज़ोरबड़ामानवकामन ममताक?शीतलछायाम?होताकटुताका?वयंशमन ?वालाएँजबघुलजातीह?, खुल-खुलजातेह?मूँदेनयन होकर?नम?लताम??शांत, बहता?ाण?का?ु?ध पवन संकटम?य?दमुसकानसको, भयसेकातरहोमतरोओ य?दफूलनह?ंबोसकतेतोकाँटेकम-से-कममतबोओ। उपरो?तग?यांशक ेआधारपर?न?न?ल?खत??नोक ेउ?र ?ल?खए- (क) फूलऔरकॉटेबोनेका?तीकाथ??याहै? उ?र. फूलबोनेका?तीकाथ?है- मानवमा?क?भलाई क ेकाय?करतेहुएमानवताक े?तीक?कापोषणएवं संर?णकरना, जब?ककाँटेबोनेका?तीकाथ?है-मानव औरमानवताक े?व??धकाय?करना। (ख) मन?कनि?थ?तय?म?अशांतहोताहैऔरक ै सीि?थ?तयाँ उसेशांतकरदेतीह?? उ?र. मनजीवन?वरोधीअथा?त्?ासदऔरदु:खदि?थ?तय? म?अशांतहोताहै, ले?कनवोममता, ?ेमएवं सहयोगऔरसकारा?मकभावक?ि?थ?तय?कासहारापाकर शांतहोजाताहै। (ग) संकटआपड़नेपरमनु?यका?यवहारक ै साहोनाचा?हए और?य?? उ?र. संकटआपड़नेपरमनु?यका?यवहारधैय?पूण? होनाचा?हए?य??कधैय?पूव?कसंकटकासामनाकरने पर वहअंततःटलजाताहै, ले?कनय?दहमउससेभयभीतहोने लगतेहै, तोवह?नरंतरबढ़ताह?जाताहै। (घ) मनम?कटुताक ै सेआतीहैऔरवहक ै सेदूरहोजाती है? उ?र. अनुकूलि?थ?तयाँनहोनेपरयादूसर?क??ग?त देखकरमनु?यक ेमनम?कटुताआजातीहै, ले?कन जबवहदूसर?क ेबारेम?भीसोचताहैऔरसहयोगपूण? सह-अि?त?वम??व?वासकरताहै, तबउसक ेमनक? कटुतादूरहोजातीहै। Also read:-Unseen Poem class 7 in hindi Download free study materials for your Examinations

  9. at Unseenpassage

More Related