1 / 2

Akshay Vat Vriksh

Vat vriksh trimoorti devon ka prateek hai, iske chaal mein vishnu, jad mein brahma aur shaakhaon mein shiv ka vaas hota hai. Isiliye kahate hain ki is ped ki pooja karne se manokaamnaye purn hoti hain. Vat vrksh ke neeche shree krishan ne arjun ko geeta ka upadesh diya tha.

Swati85
Download Presentation

Akshay Vat Vriksh

An Image/Link below is provided (as is) to download presentation Download Policy: Content on the Website is provided to you AS IS for your information and personal use and may not be sold / licensed / shared on other websites without getting consent from its author. Content is provided to you AS IS for your information and personal use only. Download presentation by click this link. While downloading, if for some reason you are not able to download a presentation, the publisher may have deleted the file from their server. During download, if you can't get a presentation, the file might be deleted by the publisher.

E N D

Presentation Transcript


  1. १०००८ मं?? ?वारा २१ ?ा?मण? ७२ घंटो जाप ?वारा अ?भमं??त प?व? अ?य वट वृ? क? जड़ अ?य वट वृ? क? जड़ ये है हज़ार? वष? पुराना वो अ?य वट वृ? िजसक े बारे म? कहा जाता है ?क महाभारत यु?ध से पहले माग?शीष? मह?ने क े शु?ल प? क? एकादशी को ह? कु??े? क? भू?म पर इसी वृ? क े नीचे रथ पर खड़े होकर भगवान्?ी कृ?ण ने अजु?न को गीता जी म? व?ण?त उपदेश ?दए थे, उनको धम? और शर?र कम? का परम?ान ?दया था यह अ?य वट है महाभारत क े यु?ध का एकमा? सा?ी. यह वह? बरगद है िजस क? छांव म? धनु धार? अजु?न ने प?रजन? क े ?खलाफ शा?? उठाने से इंकार कर ?दया था. ?दया था ?ान परम का शर?र और आ?मा उ?ह? ने कृ?ण ?ी भगवान तब. ?दया था माग?शीष? मह?ने क े शु?ल प? क? एकादशी को गीता उपदेश क े 18 अ?याय क े हर श?द व हर नाद को िजसने सार स?हत सुना उस नर को कम? और फल का रह?य समझाते नारायण क े ?वशाल ?प का दश?न भी ?कया. ह?रयाणा क े कु??े? 8 ?कलोमीटर दूर पेहोवा रोड पर ?यो?तसर आज भी गीता क े उस अजर अमर ?ान क? तरह ?चरंजीव है

  2. १०००८ मं?? ?वारा २१ ?ा?मण? ७२ घंटो जाप ?वारा अ?भमं??त प?व? वट वृ? क े पेड़ क? जड़ िजसक े नीचे ?ी ने कृ?ण गीता का उपदेश ?दया था. इसको धारण करते ह? ?यि?त का सांस?रक मोह भंग हो जाता है और वो कर?वपरायणता क? माग? क? तरफ अ?सर होता है तथा गीता क े गूढ़ ?ान को जानने क? इ?छा जागृ?त होती है. ?यि?त जीवन मरण क े ??न से ?नजात पाकर अपने ?े?ठ कम? का फल ?हण करता है. इसको सोमवार को सफ े द व?? म? बांध कर या चांद? ताजीब म? गाय?ी मं? का उचारण करते हुए दा?हनी भुजा म? धारण कर? | Aur Jaanne ke liye: https://swatiastroresearchcentre.com/akshay-vat-vrksh-ki-jad-29

More Related