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Protect your life with Mangal Kavach. Learn its benefits and how it helps with Manglik dosh, health, and success. Recite on Tuesdays for blessings.<br><br><br><br><br><br><br>
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मंगल कवच: आपक े जीवन क े ?लए सुर?ा कवच मंगलवार का ?दन बहुत खास होता है, खासकर उन लोग? क े ?लए िजनक? कुं डल? म? मंगल ?ह कमजोर है। ?या आप जानते ह? ?क मंगल ?ह क े ?दन मंगल कवच का पाठ करना हमारे ?लए बहुत फायदेमंद हो सकता है? इस लेख म?, हम आपको मंगल कवच क े बारे म? बताएंगे और यह क ै से आपक े जीवन म? सकारा?मक बदलाव ला सकता है। मंगल ?ह और मंगलवार का मह?व मंगलवार का ?दन हनुमान जी और मंगल ?ह से जुड़ा हुआ है। इस ?दन, लोग हनुमान जी क? पूजा करते ह? ?य??क हनुमान जी को भगवान क? शि?त और साहस का ?तीक माना जाता है। जब हम मंगलवार को मंगल देवता क? पूजा करते ह?, तो हम? उनक े आशीवा?द से जीवन म? शां?त, समृ??ध और ताकत ?मलती है। मंगल कवच ?या है? मंगल कवच एक खास मं? है, जो हम? मंगल ?ह से सुर?ा देता है। यह कवच हम? नकारा?मक शि?तय? और बुर? नजर से बचाता है। य?द आपक? कुं डल? म? मंगल ?ह कमजोर है या मंगल दोष है, तो यह कवच आपक े ?लए बहुत फायदेमंद हो सकता है। मंगल कवच का पाठ करने से न ?सफ ? मंगल दोष दूर होता है, बि?क जीवन म? आने वाल? क?ठनाइय? को भी कम ?कया जा सकता है। मंगल कवच क े फायदे मंगल कवच का पाठ करने से कई ?कार क े लाभ होते ह?। आइए जानते ह? कुछ मु?य फायदे: र?ा?मक शि?त: मंगल कवच से हम? नकारा?मक ऊजा? से सुर?ा ?मलती है। यह हम? बुर? शि?तय? और तं?-मं? से बचाता है। 1.
मंगल दोष का समाधान: य?द आपक? कुं डल? म? मंगल दोष है, तो यह कवच उसक े बुरे ?भाव को कम करता है। इससे आपक े ?ववाह और क?रयर क? सम?याएं दूर हो सकती ह?। ?वा??य म? सुधार: इस कवच का पाठ करने से शर?र को भी ताकत ?मलती है और ?वा??य क? सम?याएं कम होती ह?। शां?त और समृ??ध: मंगल कवच से हम? जीवन म? शां?त ?मलती है। इससे धन और खुशहाल? भी आती है। आ?याि?मक उ?न?त: इस कवच से हमार? आ?मा भी मजबूत होती है और हम? अपने जीवन म? सह? ?दशा ?मलती है। 2. 3. 4. 5. मंगल कवच का पाठ क ै से कर?? मंगल कवच का पाठ मंगलवार को ?वशेष ?प से करना चा?हए। इसे आप हनुमान जी क? पूजा क े समय गा सकते ह?। इस कवच का मं? बहुत शि?तशाल? है और इसे ?यान से पढ़ने से आपक े जीवन म? कई अ?छे बदलाव हो सकते ह?। यहाँ एक छोटा सा ?लोक है, जो आप मंगल कवच का पाठ करते समय कह सकते ह?: मंगल ?ह कवच (Mangal Kavach Lyrics) अ?य ?ी मंगलकवच?तो?मं??य क?यप ऋ?षः अनु?टुप्छ?दः, अ?गारको देवता भौम पीडाप?रहाराथ? जपे ?व?नयोगः र?तांबरो र?तवपुः ?कर?ट? चतुभु?जो मेषगमो गदाभृत् धरासुतः शि?तधर?च शूल? सदा मम?या?वरदः ?शांतः अंगारकः ?शरो र?े?मुखं वै धरणीसुतः ?वौ र?तांबरः पातु ने?े मे र?तलोचनः नासां शि?तधरः पातु मुखं मे र?तलोचनः भुजौ मे र?तमाल? च ह?तौ शि?तधर?तथा व?ः पातु वरांग?च ?दयं पातु लो?हतः क?टं मे ?हराज?च मुखं चैव धरासुतः जानुजंघे कुजः पातु पादौ भ?त??यः सदा सव??य?या?न चांगा?न र?े?मे मेषवाहनः या इदं कवचं ?द?यं सव?श?ु ?नवारणम् भूत?ेत?पशाचानां नाशनं सव? ?स??धदम्सव?रोगहरं चैव सव?संप??दं शुभम् भुि?तमुि?त?दं नृणां सव?सौभा?यवध?नम्रोगबंध?वमो?ं च स?यमेत?न संशयः इ?त ?ीमाक ? ?डेयपुराणे मंगलकवचं संपूण? यह मं? आपको मंगल देवता क े आशीवा?द क े ?लए पढ़ना चा?हए। इससे मंगल ?ह क? शि?त आपक े जीवन म? आ सकती है और आपक े सभी दुख समा?त हो सकते ह?। मंगल कवच क े ?लोक मंगल कवच म? बहुत से शि?तशाल? ?लोक होते ह?, िज?ह? पढ़ने से हम? आशीवा?द ?मलता है। यह ?लोक हम? मंगल ?ह क े शुभ ?भाव से जोड़ते ह? और हमार? सम?याओं का समाधान करते ह?। इन ?लोक? को सह? तर?क े से पढ़ना चा?हए ता?क हम? सभी ?कार क? सुर?ा ?मल सक े । आइए कुछ और ?लोक देख?: धरणीगभ?संभूतं ?व?युतेजसम?भम
कुमारं शि?तह?तं च मंगलं ?णमा?यहम् मंगल ??ोत पाठ र?ता?बरो र?तवपु: ?कर?ट?, चतुमु?खो मेघगदो गदाधृक धरासुत: शि?तधर?च शूल?, सदा मम ?याद वरद: ?शा?त: धरणीगभ?संभूतं ?व?युतेजसम?भम कुमारं शि?तह?तं च मंगलं ?णमा?यहम ऋणह?? नम?तु?यं दु:खदा?र?ना?शने नमा?म ?योतमानाय सव?क?याणका?रणे देवदानवग?धव?य?रा?सप?नगा: सुखं याि?त यत?त?मै नमो धर?ण सूनवे यो व?ग?तमाप?नो नृणां ?व?नं ?य?छ?त पूिजत: सुखसौभा?यं त?मै ?मासूनवे नम: ?सादं कु? मे नाथ मंगल?द मंगल मेषवाहन ??ा?मन पु?ान दे?ह धनं यश: इस ?लोक को पढ़ने से मंगल देवता क? कृपा हम पर बनी रहती है और हम? जीवन म? क?ठनाइय? से बचाव ?मलता है। मंगल दोष ?या है? आपने कभी सुना है ?क ?कसी क? कुं डल? म? मंगल दोष होता है? यह उस समय होता है जब मंगल ?ह क? ि?थ?त ?कसी क े जीवन म? शुभ नह?ं होती। मंगल दोष क े कारण ?यि?त को शाद? म? परेशा?नयां आती ह?, और कई बार क?रयर म? भी मुि?कल? होती ह?। इस दोष को दूर करने क े ?लए मंगल कवच का पाठ करना बहुत मददगार होता है। जब हम मंगल कवच का पाठ करते ह?, तो यह मंगल ?ह को मजबूत करता है और उसक े नकारा?मक ?भाव को कम करता है। इससे ?यि?त क े जीवन म? सभी ?कार क? परेशा?नयां कम होती ह? और वे शां?त और सुख का अनुभव करते ह?। मंगल कवच क े पाठ क े समय ?यान रखने वाल? बात? पूजा का समय: मंगल कवच का पाठ हमेशा मंगलवार को करना चा?हए। इस ?दन मंगल ?ह क े ?भाव सबसे अ?धक होते ह? और यह ?दन ?वशेष ?प से हनुमान जी क? पूजा क े ?लए होता है। ??धा से पाठ कर?: जब आप मंगल कवच का पाठ कर?, तो पूरे मन और ??धा से कर?। िजतनी ईमानदार? से आप इस मं? का पाठ कर?गे, उतना ह? अ?धक लाभ ?मलेगा। साफ-सुथरे ?थान पर बैठ?: ?यान रख? ?क आप िजस ?थान पर बैठकर मंगल कवच का पाठ कर?, वह साफ और प?व? हो। इससे आपक े पाठ का ?भाव मजबूत होगा। आशीवा?द ल?: मंगल कवच का पाठ करने क े बाद, हनुमान जी और मंगल देवता से आशीवा?द ल?। इससे आपक े जीवन म? शां?त और सुख आएगा। 1. 2. 3. 4. ?न?कष? मंगल कवच एक शि?तशाल? उपाय है, जो मंगल ?ह क े नकारा?मक ?भाव? से सुर?ा ?दान करता है। इसे मंगलवार को ??धा और ?यान से पढ़ने से मंगल दोष से मुि?त ?मलती है, ?वा??य म? सुधार होता है, और जीवन म? समृ??ध आती है। यह हमारे जीवन म? आशीवा?द क? बा?रश करता है और हम? मुि?कल समय म? संजीवनी क? तरह मदद करता है। अगर आप चाहते ह? ?क आपक? िजंदगी म? खुशहाल? और शां?त बनी रहे, तो आज ह? मंगल कवच का पाठ करना शु? कर?।