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Using smartphone before sleep is responsible for fatigue
E N D
सोने से पहले स्मार्टफोन का इस्तेमाल है थकान का कारण Using smartphone before sleep is responsible for fatigue आधुनिक युग में बच्चों से लेकर बड़ों तक, स्मार्टफोि सबकी जरृरत बि गया है। इसके अत्यनधक उपयोग से कई बीमाररयों का खतरा पैदा हो जाता है। अनधक देर तक फ़ोि चलािे से िींद आिी कम हो जाती है, नजससे थकाि हो जाती है। हमें मोबाइल फ़ोि के इस्तेमाल को लेकर सजग रहिे की जरृरत है वरिा हमारे स्वास््य पर पड़ते इसके दुष्प्रभाव से हम िहीं बच पाएंगे। वैज्ञानिकों का भी कहिा है नक रात को सोिे से लगभग1घंर्े पहले हमें स्मार्टफोि का इस्तेमाल बंद कर देिा चानहए।
1.रात में फ़ोन के इस्तेमाल से कम हो जाता है मेलेर्ोननन हामोन का स्तर Using phone at night reduces melatonin harmonelevel in the body रात में जब अंधेरा होता है तोशरीर मेलेर्ोनिि हामोि बिािेलगता है, जो हमारी िींद को कंट्रोलकरिे का काम करताहै। अगर आप अच्छी िींद लेिा चाहते हैं तो ज़रूरी है नक आपके शरीर मेंमेलेर्ोनिि हामोि पयाटप्त मात्रा में बिे। फ़ोि, र्ेबलेर्की स्रीि से िीली-हरी रोशिी (blue-green lights) निकलती है जो मेलेर्ोनिि हामोि के बििे में बाधा उत्पन्ि करती है, नजसकी वजह से हमारे शरीर में मेलेर्ोनिि नक मात्रा काफीघर्जाती है। इस कारण हमें िींद सही रृप से िहीं आती है। पयाटप्त िींद िा नमलिे के कारण हमारे शरीर और नदमाग को पयाटप्त आराम िहीं नमल पाता, नजससे हम सुबह और भी ज्यादा थके हुए उठते हैं। यही कारण है नक धीरे-धीरे हमारा शरीर सुस्त पड़िे लगता है और हमें बहुत जद द थकाि हो जाती है।
2.रात को फ़ोन चलाने से आपकी बायोलॉनजकल क्लॉक को होगा नुकसान Mobile use during night can mess up your biological clock नकसी भी काम को करते वक़्त हमारे शरीर का साथ देिा बहुत जरृरीहोता है। हमारा शरीर नदि के 24 घण्र्ों के साथ जैनवक घडी (biological clock) कीमदद से तालमेल बिाकर चलता है। हमें अपिी बायोलॉनजकल क्लॉक के साथ कोई छेड़छाड़ िहीं करिी चानहए। रात में लंबे समय तक मोबाइल चलािे से हमारी बायोलॉनजकल क्लॉक का तालमेल नबगड़ जाता है। हमेंपूरी िींद िहीं नमल पाती है, िा ही कोई काम हम ढंग से कर पाते हैं। नजतिा ज्यादा हम अपिी इस जैनवक घड़ी के साथ छेड़छाड़ करेंगे उतिा ही ज्यादा हम शारीररक और मािनसक तिाव महसूस करेंगे, जो हमें और ज्यादा थकाएगा। हमारी िींद के साथ ही हमारे मूड, हमारी डाइर् पर भी बुरा असर पड़ताहै नजससेशरीर में िई बीमाररयों हो सकती हैं।
3.रात को फ़ोन चलाने से हमारी नींद की अवनि (REM) कम हो जाएगी Mobile use will reduce our REM sleep time REM िींद (rapid eye movement sleep) नजसे तेज़ी से आंख आंदोलि िींद भीकहते हैं ये हमारी िींद का सबसे मुख्य भाग होता है। ये िींद हमारे शरीर और नदमाग की आराम के नलए सबसे ज्यादा जरृरी होती है, तानक हम जब उठे तो दोबारा से तरोताज़ा महसूस करें। ये हमारी यादों को संरनित करती है और हमारी रचिात्मक और कायटकुशल नस्कद स को बढ़ाती हैं। रात को स्मार्टफोि चलािे से हम REM स्लीप पूरी िहीं करते हैं। हमें थका, अस्वस्थ, सुस्त और बेचैिी रतीत होता है और नकसी भी चीज़ में ध्याि लगािे में मुनककल होती है।
4.रात में फ़ोन के इस्तेमाल से आपको उठने के बाद और कमजोरी महसूस होगी Mobile use at night can make you will feel tired in morning हावटडट नवश्वनवद्यालय (Harvard university) में नकये गएशोध के अिुसारसोिे से पहले फ़ोि चलािे से आप अगले नदि तरोताज़ा की बजाए और थका हुआ महसूस करते हैं। इसनलए हमें सलाह दी जाती है नक सोिे से पहले फ़ोि का इस्तेमाल कम करें। 5.ननष्कर्ट Conclusion अच्छी िींद का अच्छे स्वास््य से बहुत गहरा िाता है। अगर हम अच्छी िींद लेते हैं तो हमारा स्वास््य भी अच्छा रहेगा और हम तरोताज़ा भी महसूस करेंगे। देर रात तक मोबाइल फ़ोि के इस्तेमाल से हम उसकी रेनडएशि के नगरफ्त में तो रहते ही हैं, साथ ही आिे आंखों को भी िुकसाि पहुंचाते हैं और िींद भी खराब करते हैं।