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Types of lump among breast feeding mothers
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स्तनपान कराने वाली माँ में पाए जाने वाले स्तन गांठ के प्रकारTypes of breast lumps among breastfeeding mothers स्तनपान या ब्रेस्ट फीडिंग (breast feeding) महिलाओं में स्तन गांठ होना काफी सामान्य होता हैं। स्तनपान करवाते समय स्तन कैंसर का विकसित होना कठिन होता हैं, लेकिन 3 प्रतिशत मामलों में स्तन कैंसर की सम्भावना होती हैं।
स्तनपान करवाने वाली महिलाओ को किसी भी प्रकार की गांठ को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।बच्चे के जन्म के कुछ दिनों के बाद स्तनपान करवाने वाली महिला के स्तनों में गांठ महसूस हो सकती हैं जो मुख्य रूप से मिल्क ग्लैंड्स (milk glands) होती हैं, जो कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाती हैं।स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के स्तन में गांठ होने के कई संभावित कारण होते है जिसके कारण कई प्रकार की स्तन गाँठ हो सकती है। 1. स्तनपान कराने वाली महिलाओं में मैस्टाइटिस Mastitis among breastfeeding mothers जब बच्चे को जन्म देने के बाद किसी कारणवश माँ स्तनपान नहीं करवा पाती और स्तन में दूध भर जाता है तो ब्रेस्ट टिश्यू (breast tissue) में सूजन व असहजता होती है। जब यह सूजन इनफेक्शन का रूप लेकर स्तन टिश्यू में बैक्टीरिया (bacteria) विकसित कर देती है तो स्तन लाल होकर ठोस हो जाते है जिसके कारण स्तनों में दर्द होता हैं। मैस्टाइटिस वाली महिला को स्तनपान करवाना जारी रखना चाहिए जिससे ब्रेस्ट टिश्यू (breast tissue) में भरा हुआ मिल्क बाहर निकल सकें।
2. स्तनपान कराने वाली महिलाओं में स्तनों के आकार का बढ़नाEngorgement in breastfeeding mothersब्रेस्ट-फीडिंग के शुरुआती चरणों में स्तनों के आकार का बढ़ना सामान्य है लेकिन कुछ महिलायें स्तन के बढ़े हुए आकार के कारण असहज और स्तनों में जलन महसूस करती हैं।स्तनों में दूध भर जाने के कारण स्तनों का आकार बढ़ जाता हैं। इसे इंगोरजमेन्ट (engorgement) कहा जाता हैं।आप बच्चे को स्तनपान करवाकर या ब्रेस्ट मिल्क सकिंग पंप (breast milk sucking pump) के द्वारा अधिक दूध को निकालकर राहत पा सकती हैं।3. स्तनपान कराने वाली महिलाओं में फाइब्रोएडीनोमाFibroadenomasin breastfeeding mothersफाइब्रोएडीनोमा (Fibroadenomas) सौम्य (benign) और नॉन कैंसरस ट्यूमर (non cancerous tumour) होते है, जो स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के स्तन में विकसित हो सकते हैं।जब किसी महिला की हार्मोन एस्ट्रोजेन (estrogen) के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है तो फाइब्रोडेनोमा गांठ बन जाती है जो दर्द रहित (painless), फर्म (firm), स्मूथ (smooth), चिकनी, रबरी (rubbery) या कठोर महसूस हो सकती हैं।
फाइब्रोएडीनोमा गांठ आकार में 1 से 5 सेंटीमीटर (cm) तक बढ़ सकती हैं और ये 4 प्रकार को होती है: • सिंपल (simple) • काम्प्लेक्स(complex) • जायंट(giant) • जुवेनाइल (juvenile) फाइब्रोएडीनोमा का इलाज इसके आकार के हिसाब से किया जाता हैं। इसको हटाने के लिए वैक्यूम असिस्टेड एक्सिस बायोप्सी (vacuum assisted excision biopsy) या सर्जरी की जा सकती हैं। 4.स्तनपान कराने वाली महिलाओं में गैलेक्टोकेल्स (लैक्टियल सिस्ट या मिल्क सिस्ट) Galactoceles (lacteal cyst or milk cyst) in breastfeeding mothers गैलेक्टोकेल्स दूध से भरे हुए नॉन कैंसरस ट्यूमर होते है, जो स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के स्तन में विकसित होने वाली सबसे आम स्तन गांठ हैं।
यह गांठ स्मूथ (smooth) और गोल (round) होती है, जो स्तन के भीतर हाथ लगाने पर घूमती रहती हैं। इसे मूवेबल लम्प (movable lump) भी कहा जाता हैं।इसके उपचार के लिए आप डॉक्टर के पास जाकर स्तन में भरे हुए दूध को सुई की मदद से निकलवा सकते हैं। 5. स्तनपान कराने वाली महिलाओं में प्लगड डक्ट Plugged ducts among breastfeeding mothers स्तनों में कुछ विशेष कोशिकाएं (special cells) दूध का उत्पादन करती हैं जो बाद में छोटी डक्ट (small ducts) से होकर निप्पल्स तक पहुंचता हैं। जब स्तनों में दूध की अधिकता होती है लेकिन इसका उपयोग कम होता है, तो डक्ट में मिल्क रुक जाता है जिसके कारण ब्रेस्ट गांठ (lump)का निर्माण होता हैं। इसको प्लगड डक्ट कहते हैं। प्लगड डक्ट के इलाज के लिए आप हर 2 घण्टे में स्तन से दूध को हाथ से या ब्रेस्ट पंप की मदद से बाहर निकालते रहें।
6. स्तनपान कराने वाली महिलाओं में फोड़ाAbscess in breastfeeding mothersये स्तन में विकसित होने वाली ऊतक की ठोस गांठ (solid lump of tissue) होती हैं जो बैक्टीरियल संक्रमण (bacterial infection) के कारण बनती हैं।जब स्तनपान करवाने वाली महिला में मैस्टाइटिस का इलाज समय पर नहीं किया जाता तो निप्पल में फोड़ाबन जाता है। निप्पल का फोड़ा मवाद और बैक्टीरिया (pus and bacteria) से भरा हुआ होता हैं।ब्रेस्ट फीडिंग मदर्स में फोड़े का इलाज तुरंत किया जाना चाहिए वरना इसका परिणाम खतरनाक हो सकता हैं।फोड़े को निचोड़कर या दबाकर उसमे भरे हुए तरल पदार्थ को बाहर निकालने का प्रयास न करें वरना संक्रमित तरल पदार्थ ऊतकों में जा सकता हैं।निप्पल में फोड़े के दर्द से तुरंत आराम पाने के लिए गर्म सिकाई करें, इससे राहत मिलती हैं।
7.स्तनपान कराने वाली महिलाओं में सिस्टCyst in breastfeeding mothersसिस्ट (breast cyst) एक प्रकार की छोटी स्तन गांठ होती हैं जो सौम्य (Benign), नरम और तरल पदार्थ से भरी हुई होती हैं।कुछ ब्रेस्ट सिस्ट दर्द रहित (painless) होते हैं, जबकि कुछ दर्दनाक (painful) होते हैं। सिस्ट का आकर लगभग 2.5 से 5 सेंटीमीटर (cm) के बीच होता जो केवल अल्ट्रासाउंड स्कैन (ultrasound scan) से दिखाई देती हैं।8.निष्कर्षConclusionमहिलाओं के स्तन में गांठ होने पर अधिक से अधिक स्तनपान करवाना चाहिए।स्तनपान के समय केवल एक तरह की स्तन गांठ यानि निप्पल के पास फोड़ा होने की स्थिति में वो स्तनपान नहीं करवा पाती हैं।