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Somvar Vrat Kath Pooja Vidhi PDF

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Presentation Transcript


  1. HinduNidhi.Com सोमवार वत कथा पूजा सोमवार वत कथा पूजा िविध िविध © HinduNidhi.Com

  2. ।। सोमवार वत कथा ।। िकसी नगर म एक साहूकार रहता था। उसक े घर म धन की कोई कमी नहीं थी लेिकन उसकी कोई संतान नहीं थी िजस वजह से वह बेहद दुखी था। पु ाित क े HinduNidhi.Com िलए वह भगवान िशव येक सोमवार वत रखता था और पूरी ा क े साथ िशवालय म जाकर भगवान िशव और पावती जी की पूजा करता था। उसकी भित देखकर मां पावती सन हो गई और भगवान िशव से उस साहूकार की मनोकामना पूण करने का िनवेदन िकया। पावती जी की इछा सुनकर भगवान िशव ने कहा िक “हे पावती। इस संसार म हर ाणी को उसक े कमों क े अनुसार फल िमलता है और िजसक े भाय म जो हो उसे भोगना ही पड़ता है।” लेिकन पावती जी ने साहूकार की भित का मान रखने क े िलए उसकी मनोकामना पूण करने की इछा जताई। माता पावती क े आगह पर िशवजी ने साहूकार को पु-ाित का वरदान तो िदया लेिकन साथ ही यह भी कहा िक उसक े बालक की आयु क े वल बारह वष होगी। माता पावती और भगवान िशव की इस बातचीत को साहूकार सुन रहा था। उसे ना तो इस बात की खुशी थी और ना ही गम। वह पहले की भांित िशवजी की पूजा करता रहा। क ु छ समय उपरांत साहूकार क े घर एक पु का जम हुआ। जब वह बालक यारह वष का हुआ तो उसे पढ़ने क े िलए काशी भेज िदया गया। साहूकार ने पु क े मामा को बुलाकर उसे बहुत सारा धन िदया और कहा िक तुम इस बालक को काशी िवा ाित क े िलए ले जाओ और माग म य कराओ। जहां भी य कराओ वहीं पर बाण को भोजन कराते और दिणा देते हुए जाना। दोन मामा-

  3. भांजे इसी तरह य कराते और बाण को दान-दिणा देते काशी की ओर चल पड़े। राते म एक नगर पड़ा जहां नगर क े राजा की कया का िववाह था। लेिकन िजस HinduNidhi.Com राजक ु मार से उसका िववाह होने वाला था वह एक आंख से काना था। राजक ु मार क े िपता ने अपने पु क े काना होने की बात को छुपाने क े िलए एक चाल सोची। साहूकार क े पु को देखकर उसक े मन म एक िवचार आया। उसने सोचा य न इस लड़क े को दूहा बनाकर राजक ु मारी से िववाह करा दूं। िववाह क े बाद इसको धन देकर िवदा कर दूंगा और राजक ु मारी को अपने नगर ले जाऊ ं गा। लड़क े को दूहे का व पहनाकर राजक ु मारी से िववाह कर िदया गया। लेिकन साहूकार का पु एक ईमानदार शस था। उसे यह बात यायसंगत नहीं लगी। उसने अवसर पाकर राजक ु मारी की चुनी क े पले पर िलखा िक “तुहारा िववाह मेरे साथ हुआ है लेिकन िजस राजक ु मार क े संग तुह भेजा जाएगा वह एक आंख से काना है। म तो काशी पढ़ने जा रहा हूं।” जब राजक ु मारी ने चुनी पर िलखी बात पढ़ी तो उसने अपने माता-िपता को यह बात बताई। राजा ने अपनी पुी को िवदा नहीं िकया िजससे बारात वापस चली गई। दूसरी ओर साहूकार का लड़का और उसका मामा काशी पहुंचे और वहां जाकर उहने य िकया। िजस िदन लड़क े की आयु 12 साल की हुई उसी िदन य रखा गया। लड़क े ने अपने मामा से कहा िक मेरी तबीयत क ु छ ठीक नहीं है। मामा ने कहा िक तुम अदर जाकर सो जाओ। िशवजी क े वरदानुसार क ु छ ही ण म उस बालक क े ाण िनकल गए। मृत भांजे को देख उसक े मामा ने िवलाप शु िकया।

  4. संयोगवश उसी समय िशवजी और माता पावती उधर से जा रहे थे। पावती ने भगवान से कहा- ाणनाथ, मुझे इसक े रोने क े वर सहन नहीं हो रहा। आप इस यित क े कट को अवय दूर कर| जब िशवजी मृत बालक क े समीप गए तो वह बोले िक यह उसी साहूकार का पु है, िजसे मने 12 वष की आयु का वरदान िदया। HinduNidhi.Com अब इसकी आयु पूरी हो चुकी है। लेिकन मातृ भाव से िवभोर माता पावती ने कहा िक हे महादेव आप इस बालक को और आयु देने की क ृ पा कर अयथा इसक े िवयोग म इसक े माता-िपता भी तड़प-तड़प कर मर जाएंगे। माता पावती क े आगह पर भगवान िशव ने उस लड़क े को जीिवत होने का वरदान िदया| िशवजी की क ृ पा से वह लड़का जीिवत हो गया। िशा समात करक े लड़का मामा क े साथ अपने नगर की ओर चल िदए। दोन चलते हुए उसी नगर म पहुंचे, जहां उसका िववाह हुआ था। उस नगर म भी उहने य का आयोजन िकया। उस लड़क े क े ससुर ने उसे पहचान िलया और महल म ले जाकर उसकी आवभगत की और अपनी पुी को िवदा िकया। इधर भूखे-यासे रहकर साहूकार और उसकी पनी बेटे की तीा कर रहे थे। उहने ण कर रखा था िक यिद उह अपने बेटे की मृयु का समाचार िमला तो वह भी ाण याग दगे परंतु अपने बेटे क े जीिवत होने का समाचार पाकर वह बेहद सन हुए। उसी रात भगवान िशव ने यापारी क े वन म आकर कहा- हे ेठी, मने तेरे सोमवार क े वत करने और वतकथा सुनने से सन होकर तेरे पु को लबी आयु दान की है। जो कोई सोमवार वत करता है या कथा सुनता और पढ़ता है उसक े सभी दुख दूर होते ह और समत मनोकामनाएं पूण होती ह।

  5. ।। सोमवार वत पूजा िविध ।। गाय क े शु कचे दूध को िशविलंग पर अिपत करना चािहए। यह करने से मनुय क े तन-मन-धन से जुड़ी सारी परेशािनयां खम हो जाती है। HinduNidhi.Com इसक े बाद िशविलंग पर शहद या गने का रस चढ़ाए। िफर कपूर, इ, पुप- धतूरे और भम से िशवजी का अिभषेक कर िशव आरती करना कर। अपनी मनोकामना पूित क े िलए दय से ाथना करना चािहए। इस वत म सफ े द रंग का खास महव होता है। वत वाले को िदन म सफ े द कपड़े पहनकर िशविलंग पर सफ े द पुप चढ़ाने से यित की सभी मनोकामनाएं पूण होती है। सोमवार क े िदन िशवपूजा का िवधान है। भोलेनाथ एक लोटे जल से भी सन हो जाते ह। सोमवार क े िदन भगवान िशव की पूजा करने से यित की हर मनोकामना की पूित होती है। यिद भोलेनाथ की पूजा िशवमं क े साथ की जाए तो भायोदय क े साथ रोजगार, उनित व मनचाहे जीवन-साथी पाने की मनोकामना शीघ  पूण होती है। िशविलंग पर जलािभषेक क े बाद गाय का दूध अिपत कर। इससे तन, मन और धन संबंधी हर समया दूर होती है। िशविलंग पर शहद की धारा अिपत कर। इससे आजीिवका, नौकरी व यवसाय से संबंिधत सभी परेशािनय से छुटकारा िमलता है। लाल चंदन लगाएं व ृंगार कर। माना जाता है िक िशविलंग पर चंदन लगाने से जीवन म सुख-शांित आती है। इन उपाय क े बाद यथाशित गंध, अत, फूल, नैवे अिपत कर िशव आरती कर। साथ ही िशव जी को अिपत िकए गए दूध, शहद को चरणामृत क े

  6. प म गहण कर और चंदन लगाकर मनोकामना पूित हेतु भोलेनाथ से ाथना कर। ।। सोमवार वत उापन िविध ।। HinduNidhi.Com सुबह उठकर िनय कम से िनवृत हो नान कर। नान क े बाद हो सक े तो सफ े द व धारण कर। पूजा थल को गंगा जल से जर शु कर। पूजा थल पर क े ले क े चार खबे क े ारा चौकोर मडप बना ल। चार ओर से फूल और बंदनवार (आम क े प का) से सजाय। पूव की ओर मुख करक े आसन पर बैठ जाय और साथ म पूजा सामगी भी रख ल। आटे या हदी की रंगोली डाल और उसक े ऊपर चौकी या लकड़ी क े पटरे को मंडप क े बीच म रख। इसक े बाद चौकी पर साफ और कोरा सफ े द व िबछाय। उस पर िशव-पावती जी की ितमा या िफर फोटो को थािपत कर। चौकी पर िकसी पा म रखकर चंदमा को भी थािपत कर। सबसे पहले अपने आप को शु करने क े िलये पिवीकरण जर कर। Read This Online सोमवार वत कथा पूजा िविध

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