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Experience the beauty of Aarti, a heartfelt Hindu ritual where light and hymns are offered to deities, spreading devotion and peace.
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महाकालीआरतीएकश??शाली?ाथ?नाहै, जोदेवीमहाकालीकोसम?प?तहोतीहै।यहआरतीमहाकालीक े?द??पक??तु?तकरती हैऔरउनक?क ृ पाऔरसुर?ा?ा?तकरनेक े?लएगाईजातीहै।इसआरतीकापाठजीवनम?श??, साहस, औरनकारा?मकऊजा?से र?ापानेक े?लए?कयाजाताहै। महाकालीआरती (Mahakali Aarti): जयमहाकाली, महाकाली, जयभवानी, जयभवानी। नमो??े?री, महाकाली, जयभवानी, जयभवानी।। ?यान?पश??, महाकाली, हम?आशीवा?ददेममतावाली।। जगम?एकहीकालीहै, जीव?क ेक??क?वहसाथीहै। सव?श??मानमहाकाली, जयभवानी, जयभवानी।। महाकालीमाँक?पूजास?ी, संसारसेसुखहो, जीवनहोसफल। मनक ेसमप?णसेमहाकाली, सभीकोमो?दे, क?याणकरे।। यहआरतीखासकरसंकटक ेसमयम?, नकारा?मकऊजा?सेमु??पानेक े?लएगाईजातीहै।इसेसही??ाऔरभ??क ेसाथकरनेसे जीवनम?सकारा?मकप?रवत?नऔरशां?तआतीहै।
??पुरासुंदरीआरतीदेवी??पुरासुंदरीक?पूजाकाएकमह?वपूण?अंगहै।देवी??पुरासुंदरीकोश??क?देवीमानाजाताहैऔरउनका??पुरासुंदरीआरतीदेवी??पुरासुंदरीक?पूजाकाएकमह?वपूण?अंगहै।देवी??पुरासुंदरीकोश??क?देवीमानाजाताहैऔरउनका ?पब?तहीसुंदरऔर?द?होताहै।यहआरतीदेवीक ेस?दय?, श??, औरक ृ पाक??तु?तकरतीहै, औरभ??कोमान?सकशां?त, सुख, समृ??औरर?ाक??ा??तहोतीहै। ??पुरासुंदरीआरती (Tripura Sundari Aarti) जय??पुरासुंदरी, शरणम?आयी?ँम?। स?न, स??दानंद, भवानीतु?हारीशरणम?।। जय??पुरासुंदरी, शरणम?आयी?ँम?।। स?न, स??दानंद, भवानीतु?हारीशरणम?।। माँक??यो?तअनंतहै, तेरीम?हमाअपरंपारहै। सुरासुरपू?जतदेवी, तुमहो??ा, तुमहो?शव।। ह?ष?तकरो, शां?तदो, ज?म?का?वयोग?मटाओ। देवी??पुरासुंदरी, हमपरक ृ पा???बनाओ।। यहआरतीदेवी??पुरासुंदरीक?पूजाम??वशेष?पसेगाईजातीहै, जोउनक े?द??पऔरश??कोसम?प?तहोतीहै।भ??का?व?ास है?कइसआरतीका?नय?मतपाठमान?सकशां?त, सुख, समृ??औरसुर?ा?दानकरताहै।
बगलामुखीआरतीदेवीबगलामुखीक?पूजाकाएकमह?वपूण??ह?साहै।देवीबगलामुखीकोश?ुनाश, बुरीश??य?सेर?ाऔर?वजय क?देवीमानाजाताहै।यहआरतीदेवीबगलामुखीक े?द??पऔरश??क??तु?तकरतीहै, औरउनक ेआशीवा?दसे???अपने श?ु?सेमु?होकरसफलता?ा?तकरताहै। बगलामुखीआरती (Baglamukhi Aarti) जयबगलामुखी, महा? ू री, जयबगलामुखी, श?ुना?शनी। नमामीबगलामुखी, देवीतूमहाश??शाली, क ुं ?ठतकरतीहो, श?ुक?नासमझी। तेरीम?हमाअपरंपार, तूमहा? ू री, तूमहाश??मान। श?ु?कानाशकर, हमारेजीवनसेहरक??रकर।। तेरीपूजासेबनतीहै?वजय, हरसंकटसेनाशहोताहैभय। क ृ पा???सेहमारीर?ाकरो, हरकाय?म?सफलतादो।। यहआरती?वशेष?पसेबगलामुखीमाताक?पूजाऔरआशीवा?द?ा?तकरनेक े?लएगाईजातीहै।इसक ेपाठसेनक े वलश?ु?से मु???मलतीहै, ब??कजीवनम?समृ??, शां?तऔरसफलताभीआतीहै।
धूमावतीकवचआरतीदेवीधूमावतीक?पूजाकाएकमह?वपूण??ह?साहै।देवीधूमावतीकोतामसीश??य?औरनकारा?मकता?कोन?करनेवालीदेवीधूमावतीकवचआरतीदेवीधूमावतीक?पूजाकाएकमह?वपूण??ह?साहै।देवीधूमावतीकोतामसीश??य?औरनकारा?मकता?कोन?करनेवालीदेवी मानाजाताहै।उनका?पभयावहहोते?एभी, वेभ??क ेक??को?रकरनेऔरजीवनम?सकारा?मकऊजा?लानेक े?लएपूजीजातीह?।यहआरतीदेवी धूमावतीक??तु?तकरतीहैऔरउनक ेआशीवा?दसेजीवनम?सुर?ाऔरशां?तक??ा??तक?कामनाकरतीहै। धूमावतीकवचआरती (Dhumavati Kavach Aarti) जयधूमावतीमाँ, संकटहरनेवाली, मायामोहको?मटानेवाली। जीवनक ेअंधकारको?रकरनेवाली, जयधूमावतीमाँ, हरक?कोहरनेवाली।। ?शवक े?व?पम?तूबसीहै, समयक?देवी, कालक ेर?क। सभी?ख?सेहम?मु?कर, हम?जीवनक?राह?दखा।। तेरीम?हमाअपरंपारहै, तेरीश??सेश?ुभीडरतेह?। हम?बुरीश??य?सेबचा, सुर?ाकाआशीवा?ददे।। कभीनाहोजीवनम?भय, तूकर?हमारेपाप?कानाश। धूमावतीमाँक?आराधनासे, हमपाएंआशीवा?दका?वशाल?काश।। यहआरती?वशेष?पसेदेवीधूमावतीक?श??औरक ृ पाकोमनानेक े?लएगाईजातीहै।इसक ेपाठसेजीवनम?आरहीपरेशा?नय?कासमाधानहोताहै औरदेवीक?श??सेसभीनकारा?मकश??याँन?होतीह?।