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Male condom benefits & side effects
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पुरुषकॉन्डोमकेफायदेऔरनुकसानBenefits and side effects of male condom समाज में हमेशा से सेक्स को न केवल आनंद प्राप्ति का साधन माना जाता है बल्कि परिवार आगे बढ़ाने का वैधानिक तरीका भी है। लेकिन कुछ युगल सेक्स करते समय उन सुरक्षा के उपायों को अपनाना पसंद करते हैं जिनसे केवल आनंद की प्राप्ति हो और गर्भ ठहरने का भय न रहे।
इसके लिए अपनाए जाने निरोध के उपाय में मेल कंडोम का सबसे अधिक किया जाता है।इस लेख में पुरुष कॉन्डोम के फायदे और साइड इफेक्ट के बारे में बताया गया है। 1.पुरुष कॉन्डोम क्या होता है? What is male condom ? संभोग करते समय अपनाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के गर्भनिरोधकों (Contraceptive) के रूप में पुरुष कॉन्डोम (male condoms) सबसे अधिक प्रचलित और सरल उपाय माना जाता है। यह एक प्रकार का छोटा पाउच जैसी रबड़ की थैली होती है जिसे पुरुष सेक्स से पहले अपने लिंग (Penis) पर चढ़ा लेते हैं। यह थैली बहुत पतले रबड़ या प्लास्टिक की बनी होती है। इसको लिंग पर चढ़ा लेने के बाद सेक्स में पुरुष के लिंग से निकालने वाला वीर्य (Sperm) इस थैली नुमा कॉन्डोम में इकठ्ठा हो जाता है। इस प्रकार सेक्स के समय पुरुष का स्पर्म योनि (Vagina) के रास्ते महिला के शरीर में प्रवेश नहीं कर पाता है। इससे एक तो महिला गर्भधारण नहीं कर सकती और दूसरे पुरुष के माध्यम से यौन संचारित रोग (Sexually Transmitted Diseases)से भी बच सकती है।
2.मेल कंडोम के फायदेAdvantages of male condomsअधिकतर पुरुष जो गर्भ ठहरने के डर से बचना चाहते हैं वो कॉन्डोम के इस्तेमाल को प्राथमिकता देते हैं। इसके अलावा कॉन्डोम के निम्न फ़ायदों को भी देखते हैं:-यौन संचारित रोगों से बचाव -Prevention from STDकॉन्डोम के प्रयोग करने से महिला व पुरुष दोनों ही सेक्स प्रक्रिया में होने वाले यौन संचारित रोगों के संपर्क में आने से बच जाते हैं।किसी भी अन्य गर्भनिरोधक की तुलना में पुरुष कॉन्डोम एसटीडी के बढ़ने से रोकने में सबसे अधिक प्रभावी साधन माना जाता है।कम कीमत में सरलता से मिलना संभव - Easily available at low priceआमतौर पर पुरुष निरोध किसी भी केमिस्ट की दुकान से बहुत कम कीमत में लिया जा सकता है।भारत व अन्य विकासशील देशों में यह ग्रामीण जनता को सरकारों द्वारा भी आसानी से उपलब्ध करवाया जाता है।
कहीं-कहीं जैसे सामुदायिक केंद्र (Community Centres) व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (Primary Health Centres) पर तो यह मुफ्त ही मिल सकता है।सेक्स के आनंद में बाधा नहीं - No interference with enjoyment of sexआधुनिक समय में उपभोक्ता की मांग और पसंद को ध्यान में रखते हुए आजकल मेल कॉन्डोम विभिन्न प्रकार के स्वाद और आकृति के मिल रहे हैं।इनके कारण पुरुष व स्त्री दोनों को ही कॉन्डोम के इस्तेमाल के कारण सेक्स के आनंद में बाधा नहीं आती है।सुरक्षित गर्भनिरोधक विधि - Safest contraceptive methodसामान्य रूप से कोई भी व्यक्ति जो कॉन्डोम का इस्तेमाल क्यों किया जा सकता है के बारे में सोचता होगा, उसे नहीं पता कि यह गर्भ निरोधक उपायों में सबसे अधिक सफल उपाय सिद्ध होता है।हालांकि कोई भी गर्भनिरोधक उपाय शत प्रतिशत सुरक्षित और उपयोगी नहीं माना जा सकता है फिर भी इस एक बैकअप प्लान के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।सामान्य रूप से कोई दुष्प्रभाव नहीं -There is no major harmसामान्य रूप से कॉन्डोम का कोई दुष्प्रभाव नहीं देखे जाते हैं।लेकिन कुछ आदमियों को लेटेक्स (Latex) जिससे कॉन्डोम बनता है, उससे एलर्जी हो सकती है।
3.क्या पुरुष कंडोम के साइड इफेक्ट भी होते हैं?Side effects of male condoms ?कंडोम के इस्तेमाल के जहां फायदे हैं वहीं इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी है-योनि में दर्द और खुजली - Pain and itching in vaginaकुछ पुरुषों का यह अनुभव रहा है कि यदि वे हफ्ते में दो बार से अधिक बार कंडोम का इस्तेमाल करते हैं तब महिला की योनि (Vagina)में परेशानी हो सकती है।यह परेशानी योनि के अंदर की परत और हाइमन (Hymen) की संवेदनशीलता और प्राकृतिक चिकनाईया को कम कर देती है या खत्म कर देती है।इससे योनि में सूखापन आ जाता है और उनकी योनि में दर्द सहने की शक्ति बिल्कुल समाप्त हो जाती है।इस स्थिति में जबमेल कंडोम का प्रयोग करते हैं तब महिला की योनि में दर्द, खुलजी और जलन होने की संभावना हो जाती है।सर्विक्स में घाव - Lesions in cervixकुछ आदमियों के द्वारा पुरुष कंडोम का प्रयोग अधिक करने से, सेक्स करने पर महिलाओं की सर्विक्स (Cervix) में कटने और छिलने की परेशानी हो सकती है।इसके कारण योनि में सूजन भी हो सकती है। अगर इस हालत में महिला के साथ सेक्स किया जाये तब कंडोम के कारण जो पहले चोट लगी है उसमें फिर से घाव हो सकते हैं। कभी-कभी तो इन जख्मों से रक्त भी निकल सकता है।
लेटेक्स एलर्जी - Latex allergyमूल रूप से पुरुष कंडोम लेटेक्स (रबड़) से ही बनाए जाते हैं। कुछ लोगों को इस लेटेक्स से एलर्जी हो सकती है।इसके कारण जब भी इसे पहनते हैं, उनके प्राइवेट पार्ट्स में जलन और खुजली जैसी परेशानी हो सकती है।हालांकि अब इस परेशानी को दूर करने के लिए नॉन-लेटेक्स (non-latex) कंडोम भी बाज़ार में आ गए हैं, लेकिन इनकी बनावट के लिए बहुत ही पतले रबड़ का इस्तेमाल किया जाता है, जिसके कारण यह जल्दी खराब हो सकते हैं।योनि के स्वास्थ्य को हानि - Loss of vaginal healthमहिला की योनि में नैचुरल तरीके से हार्मोनल परिवर्तन से चिकनाहट बनी रहती है।लेकिन पुरुष द्वारा कंडोम पहनकर सेक्स करने से यह चिकनाहट खत्म हो सकती है।इससे योनि की इमम्युनिटी (Immunity) के कमजोर होने का खतरा रहता है।सेक्स के आनंद में कमी - Loss of sex pleasureजेन्ट्स कंडोम को पूरी तरह से सुरक्षित उपाय नहीं माना जा सकता है।इसी कारण महिला या पुरुष द्वारा गर्भ ठहरने की आशंका के कारण सेक्स में पूरा आनंद नहीं आ सकता है।इसी प्रकार यौन स्वास्थ्य के संभावी खतरे भी सेक्स के एकसाइटमेंट को कम कर सकते हैं।
4.निष्कर्षConclusionसुरक्षित सेक्स सम्बन्धों के लिए पुरुष कॉन्डोम को सबसे अधिक प्रभावशाली उपाय माना जाता है।इसके प्रयोग से अनचाहे गर्भ और यौन संचारित रोगों के होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।लेकिन कॉन्डोम से होने वाले साइड इफेक्ट के रूप में महिला की योनि में घाव और दर्द की शिकायत हो सकती है।इस कारण कुछ महिलाएं पुरुषों के द्वारा कॉन्डोम के प्रयोग को पूरे मन से स्वीकार नहीं कर सकती हैं।