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Steps for breast self test at home
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स्वयं स्तन जांच घर पर कैसे करें चरण-दर-चरणHow to perform step-by-step breast self-examination at home महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोंन (estrogen hormone) से ब्रेस्ट का विकास होता हैं। स्तनों में वृद्धि सामान्य होने पर कोई समस्या नहीं होती लेकिन जब स्तनों का विकास असामान्य हो, तो ब्रेस्ट में दर्द होना, स्तन का लाल होना, ब्रेस्ट में तकलीफ़ या कुछ अन्य समस्या के होने पर ये किसी बीमारी का संकेत हो सकता हैं।
मासिक धर्म के समय हार्मोन में परिवर्तन होने से स्तन में परिवर्तन आ सकते हैं और इसी तरह स्तन में किसी तरह की गांठ (lump) का होना जरूरी नहीं है कि वो स्तन कैंसर ही हो।अगर सही समय पर होने वाले परिवर्तन और इसका कारण ज्ञात हो जाए तो समय पर उपचार करके जीवन बचाया जा सकता हैं। 1. स्वयंस्तनजांचक्याहोताहैऔरक्योंकरनाचाहिए What is breast self-examination and why it should be done स्तन में होने वाले परिवर्तनों को जानने के लिए समय-समय पर स्वयं जांच करनी चाहिए। वैसे तो आप कभी भी सेल्फ़ ब्रेस्ट एक्ज़ाम कर सकते हैं लेकिन उत्तम परिणामों के लिए पीरियड्स (periods) शुरू होने के बाद 7-10 दिन के बीच स्तनों में होने वाले परिवर्तन परिवर्तन की जांच जरूर करें, जैसे • आकार में अंतर, • स्तन पर गड्ढे का होना, • निप्पल से किसी प्रकार का स्राव,
स्तन स्वयं जांच करने के कई तरीके हैं।आइये हम आपको चरण-दर-चरण स्तन स्वयं परीक्षा करने की प्रक्रिया बताते हैं। • निप्पल की गोलाई, • निप्पल में सूजन या निप्पल्स का लाल होना या निपल्स में डिंपल पड़ना या सिकोड़ आना, • स्तन में कोई गांठ (lump) या डिंपल (dimple) 2. स्तन स्वयं जांच करने का पहला चरण - आईने के सामने स्तन की जांच Breast self-examination step 1 - In front of mirror • पीरियड्स (periods) शुरू होने के बाद 7 -10 से दिन के बीच स्तन की जांच कर सकते हैं। • आईने के सामने अटेंशन पोजीशन (attention position) में खड़े होकर स्तनों को जांचे। • अब अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाकर स्तन या निप्पल में होने वाले परिवर्तन को देखें। • फिर सिर्फ अपने बाएं हाथ को ऊपर उठाकर होने वाले बदलाव को देखें। • इस प्रक्रिया को अब दाये हाथ को ऊपर करके दोहराएं। • जांच के समय किसी भी असामान्य परिवर्तन के दिखाई देने पर डॉक्टर को संपर्क करें।
3. दूसरा चरण - फ्लोर पर लेटकर स्तन की परीक्षा करेंStep 2 - Lying down on floor • आप अपनी ब्रेस्ट गांठ की जाँच करने के लिए फ्लोर पर लेट जायें और अपने सीधे हाथ और कंधे के नीचे एक पिलो ( pillow) रखें। अब बाएं हाथ से स्तन की जांच करें। • अपने स्तन पर गोलाई में हाथ घुमाएं। अपने निप्पल पर लाइट, मीडियम और फर्म ( light, medium, and firm) दबाब बनाते हुए उसको निचोड़ें। • अगर किसी प्रकार का स्तन डिस्चार्ज या कुछ असामान्य दिखाई दें तो डॉक्टर को संपर्क करें। 4. तीसरा चरण - कुर्सी पर बैठकर स्तन की जांच करें Step 3 - Breast testing by sitting on the chair • सेल्फ़ ब्रेस्ट टेस्ट करने के लिए आप एक कुर्सी पर बैठ जाएँ। • अब बारी-बारी से अपने दोनों स्तनों की जांच करें। • कुर्सी पर बैठे हुए स्तन, निप्पल, अगल-बगल और ऊपर नीचे उंगलियां फिराकर स्तन में होने वाले परिवर्तनों और असमानताओं का पता लगाए। • कुछ असामान्य दिखाई दें तो डॉक्टर को संपर्क करें।
4. चौथा चरण - हिप्स और ब्रेस्ट मसल्स को फ्लेक्स करकेStep 4 - Hips and breast muscles flexing • इसके अलावा स्तन की जांच करने के लिए आप अपनी हथेलियों को अपने हिप्स पर रखें। • अपनी ब्रेस्ट मसल्स (breast muscles) को फ्लेक्स (flex) करके हिप्स को मजबूती से दबाएँ • किसी भी परिवर्तन जैसे स्तन में डिंपल पड़ना, निप्पल का सिकुड़ना या अन्य बदलाव देखें। • अगर किसी प्रकार का परिवर्तन या गांठ दिखाई दें तो डॉक्टर को संपर्क करें। 5. पांचवा चरण - नहाते समय स्तन की जांच करें Step 5 - During shower • ब्रेस्ट के गीले होने के कारण इस पर उंगलियां फिसलती हैं तो उस दौरान स्तन की जांच • करना बहुत आसान होता है। • नहाते समय आप अपनी स्तन के आस-पास अपनी उंगलियों का उपयोग करते हुए अपने • पूरे स्तन को और बगल के भाग की जांच करें।
निष्कर्षConclusionस्तन में दर्द, स्तन का लाल होना, ब्रेस्ट में तकलीफ़ या कुछ अन्य समस्याएं को अनदेखा ना करें।महिलाएं अपनी देखभाल करके और समय पर जांच करके ही स्वस्थ रह सकती हैं। • स्तन में कुछ भी बदलाव जैसे स्तन का आकार बड़ा या छोटा होना, ब्रेस्ट में किसी सख्त गांठ का होनाका होना आदि किसी भी परिवर्तन को नोटिस करें और डॉक्टर को बताएं।