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Condom recycling
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क्या कंडोम को रिसाइकल किया जा सकता है?Can condoms be recycled ? पर्यावरण की सुरक्षा में ही आज भावी पीढ़ी की सुरक्षा छिपी है, इस बात को पृथ्वी का हर व्यक्ति बहुत अच्छी तरह से समझ गया है। इसलिए आज हर संभव तरीके से इस प्रकार की प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है जिससे पर्यावरण को हानि न पहुँचे। लेकिन जब यही सवाल गर्भनिरोधक उपाय विशेषकर कंडोम के संबंध में आता है तब भी मन में यही प्रश्न आता है कि क्या कंडोम को रिसाइकल किया जा सकता है? इस लेख में आपके इसी प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास किया गया है।
1. कंडोमकैसेबनताहै?How condoms are made गर्भनिरोध उपायों में कंडोम सबसे अधिक प्रभावी और प्रचलित प्रोडक्ट माना जाता है। कुछ समय पहले तक केवल जेन्ट्स कंडोम ही मार्केट में मिलते थे, लेकिन अब तकनीक के विकास ने अबलेडीज कंडोम का निर्माण भी होने लगा है। सामान्य रूप से कंडोम को बनाने के लिए लेटेक्स (रबड़ की एक किस्म ), प्लास्टिक (पॉलीयोरेथेन, नाइट्रिल या पॉलीसोप्रेन) आदि मैटीरियल का उपयोग किया जाता है। जेन्ट्स कंडोम बहुत पतले और पारदर्शी होते हैं, जिन्हें पुरुष अपने लिंग के ऊपर पहनते हैं। जबकि महिला कॉन्डम को महिला की योनि में लगाया जाता है।
2.क्या कंडोम का उपयोग एक से अधिक बार किया जा सकता है?Can condom be used more than once ? जी नहीं, जब कंडोम का उपयोग करने के लिए इसके पैकेट से निकाल कर शरीर का स्पर्श करवा दिया जाता है तब इसका दूसरी बार प्रयोग नहीं किया जा सकता है। इस बात से कोई अंतर नहीं पड़ता कि आपने पैकेट खोलने के बाद कॉन्डम का एक बार प्रयोग किया है या नहीं किया है। 3.कंडोम का प्रयोग करने के बाद उसे डिस्पोज़ कैसे किया जा सकता है? How can you dispose off used condoms कंडोम को प्रयोग करने के बाद उसका सही तरीके से डिस्पोज़ल करना बहुत जरूरी है। आमतौर पर कंडोम, लेटेक्स (Latex) से बनाए जाते हैं वो स्वाभाविक रूप से सड़नशील (Biodegradable) होते हैं।
दूसरे शब्दों में इन्हें अगर मिट्टी में दबा दिया जाये तो यह मिट्टी में मिलकर स्वयं ही खत्म हो जाते हैं।इसका मुख्य कारण यह है कि लेटेक्स प्राकृतिक रूप से रबड़ के पेड़ से प्राप्त पदार्थ से बनाया जाता है।लेकिन जब इन कंडोम के ऊपर आप अतिरिक्त चिकनाई वाली कोई क्रीम या लुब्रिकेंट लगा देते हैं तब इसका स्वाभाविक नष्ट हो जाने वाला गुण समाप्त हो जाता है।जिसके कारण कंडोम की प्राकृतिक कोमलता खत्म हो जाती है और इसके डिकम्पोस (Decompose) होना काफी मुश्किल हो जाता है।इसके अलावा बहुत से लोग यह भी सोचते हैं कि क्या कंडोम को फ्लश(flush) में बहाया जा सकता है?दरअसल कंडोम का इस्तेमाल करने के बाद कभी भी फ्लश में नहीं बहाना चाहिए।इसका कारण यह है कि लेटेक्स वह तत्व नहीं है जो पानी में स्वयं ही घुल सके।इसलिए फ्लश में डाला गया कंडोम फ्लश में अटक कर उसे बंद कर सकता है।दूसरे अगर फ्लश से बाहर निकल भी जाये तब यह शेष कूड़े के साथ पानी के स्त्रोत में जाकर मिल सकता है।ऐसा होने पर भी पानी कि रिसाइक्लिंग प्रक्रिया को यह रोक सकता है।इसलिए कंडोम का डिस्पोज़ल कैसे किया जा सकता है?प्रश्न का उत्तर यही है कि आप इसे इस्तेमाल करने के बाद कागज में लपेट कर कूड़े के डिब्बे में फेंक दें।इससे पर्यावरण को किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं होने पाएगा।
4.क्या कंडोम को रिसाइक्लिंग से किसी और रूप में परिवर्तित किया जा सकता है?Can condom be reshape or recycle after the first use जी नहीं, कंडोम का प्रयोग करने के बाद न तो इसका डिस्पोज़ल करने के लिए रूप परिवर्तन किया जा सकता है और न ही इसे रिसाइकल किया जा सकता है। लेकिन जिन डिब्बों और पैकिंग में कंडोम आता है उसका रिसाइकल किया जा सकता है। इसलिए आप केवल कंडोम को कागज़ में लपेटकर कूड़े में फेंक दें। वर्ष 2016 में भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने एक आदेश के माध्यम से कंडोम को डिस्पोज़ करने का सही तरीका बताया है। इस आदेश में कंडोम और सेनेटरी पैड बनाने वाली कंपनियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे इन वस्तुओं के डिस्पोज़ल के लिए साथ में कवर पेपर भी दे। 5.निष्कर्ष Conclusion कंडोम के प्रयोग से न केवल असुरक्षित सेक्स और विभिन्न प्रकार के यौन संचारित रोग बल्कि अनचाहे गर्भ से भी बचाव हो सकता है। यह सही है कि कंडोम के अंदर इकट्ठा होने वाला वीर्य (Sperm) घुलनशील होता है, यानि यह पानी में भी घुल सकता है और मिट्टी में भी जज़्ब हो सकता है, लेकिन कंडोम में यह दोनों गुण नहीं होते हैं।